Market

  • 10% की गिरावट आई सेंसेक्स-निफ्टी में नई ऊंचाई से
  • मिडकैप में 8% और स्मालकैप में 6% की हल्की गिरावट

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मुंबई. चाइनीज वायरस कोरोना (Covid-19) के फिर विकराल रूप धारण कर लेने से शेयर बाजार (Stock Market) के निवेशकों में भी चिंता ‍व्याप्त हो गयी है और इस वजह से बाजार में गिरावट का क्रम शुरू हो गया है। सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) ढ़ाई महीनों के न्यूनतम स्तर पर आ गए हैं। इसी के साथ पिछले 12 महिनों से जारी तेजी के दौर को झटका लगा है। 

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक प्रतीत हो रही है और इससे निश्चित ही आर्थिक विकास (Economic Growth) प्रभावित होगा, लेकिन इस बार पिछले साल मार्च-अप्रैल की जैसी बड़ी मंदी की आशंका नहीं है। शॉर्ट टर्म में यानी 1-2 महीनें अवश्य बाजार में गिरावट रह सकती है। उसके बाद यानी मई अंत से बाजार में फिर बढ़त का रूख बन जाएगा।

अन्य सभी फैक्टर अनुकूल

विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार के अन्य सभी फैक्टर अनुकूल हैं। वैश्विक बाजार में तेजी, अच्छी निर्यात मांग, अच्छे मानसून का अनुमान और अर्थव्यवस्था की मजबूत स्थिति। इसलिए बड़ी गिरावट की आंशका नहीं है, लेकिन जब तक कोरोना संक्रमण के मामले बढते रहेंगे, बाजार का सेंटिमेंट कमजोर रहेगा और इसमें सेंसेक्स और निफ्टी 5 से 7% और गिर सकते हैं। यानी सेंसेक्स मौजूदा स्तर 47,949 अंक से गिरकर 46,200 या 45,000 अंक तक आ सकता है। विगत 12 महीनों से बाजार पर तेजड़ियों (Bulls) की पकड़ बहुत ज्यादा थी और अब मंदड़िएं (Bears) हावी होने को कोशिश कर रहे हैं। जिससे कुछ गिरावट और संभव है। इस गिरावट में सीमेंट, स्टील, मेटल, पेंट, पाइप, ऑटो, बैंकिंग, इंफ्रा जैसे ओल्ड इकोनॉमी आधारित क्षेत्रों की अच्छी कंपनियों में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि बाजार का मीडियम टू लांग टर्म ट्रेंड अभी भी तेजी का ही बना हुआ है।

शॉर्ट टर्म ट्रेंड हुआ निगेटिव : रूस्मिक ओझा

कोटक सिक्युरिटीज (Kotak Securities) के कार्यकारी उपाध्यक्ष और रिसर्च हैड रूस्मिक ओझा ने कहा कि कोविड संक्रमण तेजी से फैलने के कारण बाजार का शॉर्ट टर्म ट्रेंड निगेटिव हो गया है और जब तक कोविड की दूसरी लहर का पीक नहीं होता है, ट्रेंड निगेटिव ही रहेगा। कोविड के केस बढ़ते जा रहे हैं और अन्य राज्यों में भी लॉकडाउन की आशंका है। जिसका आर्थिक विकास पर विपरीत असर पड़ेगा। इस कारण पहली तिमाही की कार्पोरेट अर्निंग 5 से 7% घट सकती है और जीडीपी में भी गिरावट आएगी। जिससे सेंसेंक्स-निफ्टी में 5 या 7% की गिरावट आ सकती है। निफ्टी के लिए 14,200 अंक पहला बड़ा समर्थन स्तर है। यदि यह टूटता है तो फिर 13,600 अंक तक गिर सकता है। और यदि हालात ज्यादा खराब होते हैं तो निफ्टी 13,000 अंक तक भी गिर सकता है, जो आज 14359 अंक पर बंद हुआ है।

ब्ल्यूचिप शेयरों में निवेश का मौका : रंगनाथन

एलकेपी सिक्युरिटीज (LKP Securities) के रिसर्च हैड एस. रंगनाथन ने कहा कि अचानक फिर बढ़े कोविड संकट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। जिससे बाजार गिरने लगा है। वैसे बाजार में अन्य सभी फैक्टर पॉजिटिव हैं। ग्लोबल मार्केट्स में तेजी का दौर जारी है। भारतीय बाजार में ज्यादा मंदी तो नहीं दिख रही है और चुनावों के नतीजे आने तक बाजार में कोविड संकट के अनुसार ही घट-बढ़ होगी। हालांकि निचले स्तरों पर ब्ल्यूचिप शेयरों में बड़े निवेशकों का खरीद देखी जा रही है। लिहाजा जिन छोटे निवेशकों का बाजार में निवेश हैं, उन्हें इंतजार करना चाहिए और जो निवेशक पिछले 12 महीनों की तेजी में निवेश नहीं कर पाए, उनके लिए गिरते भावों पर इंफोसिस सहित अच्छे ब्ल्यूचिप शेयरों में निवेश का मौका है।