IOC की बढ़ी रिफायनिंग मार्जिन, तिमाही में मुनाफा तीन गुना से ज्यादा

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    नई दिल्ली: देश की शीर्ष प्रेट्रोलियम कंपनी, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने शुक्रवार को बताया कि रिफाइनिंग मार्जिन और इन्वेंट्री (पुराने स्टॉक) के मूल्यांकन में वृद्धि के चलते जून तिमाही में उसका शुद्ध लाभ तीन गुना से अधिक बढ़ गया।

    कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि,  अप्रैल-जून में उसका शुद्ध एकल लाभ 210 प्रतिशत बढ़कर 5,941.37 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले साल की समान अवधि में 1,910.84 करोड़ रुपये था। पिछले साल की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कोविड-19 महामारी के कारण ईंधन की मांग प्रभावित थी और मार्जिन नीचे आ गया था।

    कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि इससे ठीक पिछली तिमाही के मुकाबले अप्रैल-जून (2021-22) में मुनाफा 32 प्रतिशत कम रहा जिसकी वजह कोविड-19 की दूसरी लहर के शुरु होने से लोगों की आवाजाही प्रभावित होना था। तिमाही परिणामों के बारे में संवाददाताओं से बातचीत में आईओसी के अध्यक्ष श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा कि कंपनी ने जून तिमाही में प्रति बैरल कच्चे तेल ईंधन में बदलने (परिशोधन) से उसे 6.58 डॉलर का लाभ हुआ।

    पिछले साल इसी दौरान कंपनी को परिशोधन में प्रति बैरल 1.98 डॉलर का घाटा हुआ था। आईओसी के निदेशक (वित्त) संदीप गुप्ता ने कहा कि परिशोधन मार्जिन में इन्वेंट्री पर लाभ भी शामिल है। उन्होंने इसका ब्यौरा नहीं दिया। इस दौरान कंपनी की परिचालन आय 74 प्रतिशत बढ़कर 1.55 लाख करोड़ रुपये हो गई। इंडियन आयल और इसकी इकाई चेन्नई पेट्रोलियम की कुल तेल परिशोधन क्षमता भारत की कुल 25 करोड़ टन की परिशोधन क्षमता का एक तिहाई है। (एजेंसी)