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मुंबई. कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में समय पर जांच का न होना, बेडों की कमी, रोगियों का अस्पतालों में देर से भर्ती होने समेत अन्य कारणों से मौतें अधिक होती थी, लेकिन अब कोरोना पीड़ितों की संख्या में कमी तो आई है, लेकिन मौतों की संख्या में कमी नहीं हुई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना के डर से सीटी स्कैन या एक्स-रे आदि की जांच न कराना, घर पर ही इलाज करना, अस्पताल में बाद पहुंचना जैसे आदि कारणों से मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ विभागों में पहले 48 घंटों में मृत्यु की दर 64 प्रतिशत है. हालांकि अब इस क्षेत्र में रोगियों की संख्या कम हो रही है, लेकिन तुलना में मृत्यु दर कम नहीं हुई है.  मुंबई में आज 1145, राज्य में 6190 नए मरीज मिले.

मृत्यु लेखा परीक्षण समिति ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में 15,756 मौतें दर्ज की है. 15,000 में से 10,500 मरीजों की मौत अस्पताल में भर्ती होने के पहले 48 घंटों में हुई है. इसमें से 50 वर्ष से अधिक आयु और अन्य बीमारियों से मरने वालों की संख्या 12,348 है. इससे संक्रमण की तीव्रता में वृद्धि के कारण मरीजों का अस्पताल में भर्ती होना दिखाई देता है. कोरोना के शुरुआती चरणों में समय पर जांच का न होना, बेडों की कमी, रोगियों के देर से आना कारण बना. इसके चलते पहले 24 या 48 घंटों में मृत्यु दर अधिक थी. 

 मरीजों की संख्या में कमी आई 

मृत्यु लेखा परीक्षण समिति के प्रमुख डॉ. अविनाश सुपे के अनुसार अब लोगों में जागरूकता आने से त्वरित जांच और लक्षणों के बाद घर या अस्पताल में पृथकवास (क्वारंटीन) के लिए तैयार हो गए हैं. डॉ. सुपे  ने आगे बताया कि पिछले कुछ दिनों में मुंबई सहित इन क्षेत्रों में मरीजों की संख्या में कमी आई है है. संक्रमण में 10 प्रतिशत की गिरावट हुई है. लेकिन मौत का अनुपात इससे कम नहीं हुआ है. कोरोना कृति दल के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने बताया कि मुंबई समेत इन क्षेत्रों में मृत्यु दर कुछ दिनों में कम हुआ है.

मुंबई के अस्पताल में आधे बेड खाली

मुंबई में कोरोना के लिए 15,106 सार्वजनिक और निजी बेड बनाए गए हैं. इनमें से 7,624 सीटें वर्तमान में खाली हैं. मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ में मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण सरकारी अस्पतालों में गहन चिकित्सा (आईसीयू) के अधिकांश बेड फुल हैं, जबकि साधारण बेड ज्यादातर खाली पड़े हैं. निजी अस्पतालों के मामले में स्थिति उलट है. यहां सामान्य बेड ज्यादातर भरे हुए हैं. शुक्रवार को मुंबई में 1145 और राज्य में 6,190 नए मरीजों की वृद्धि हुईं. महाराष्ट्र में 127 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई. दिन भर में 8,241 मरीज ठीक हुए. राज्य में अब  ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ कर 25 लाख 3 हजार 50 हो गई है.

मुंबई में शुक्रवार को 32 मरीजों की मौत

अब तक राज्य में  2.62 मृत्यु दर से मरने वाले कोरोना मरीजों की संख्या 43,837 हो गई है. राज्य में 89 लाख  6 हजार 826 लोगों की जांच की गई है जिसमें से 16 लाख 72 हजार 858 लोग संक्रमित पाए गए हैं. एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख 25 हजार 481 रह गई है. मुंबई में शुक्रवार को 32 मरीजों की मौत हो गई. मृतकों का आंकड़ा 10,226 हो गई है. कुल मरीजों की संख्या 2 लाख 56 हजार 505 है. 2 लाख 26 हजार 687 मरीज ठीक हुए हैं. मुंबई में एक्टिव मरीजों की संख्या 19,027  रह गई है.