सौंदर्यीकरण पर खर्च 2.70 करोड़ पानी में डूबे

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  • आज भी जर्जर हालत में अचोले तालाब
  • ठेकेदार ने पूरा नहीं किया काम

राधा कृष्णन सिंह

नालासोपारा. वसई- विरार मनपा द्वारा नालासोपारा पूर्व के अचोले तालाब के सौंदर्यीकरण पर करीब पौने 3 करोड़ खर्च किए जा चुके है, फिर भी तालाब जर्जर हालत में है. सुरक्षा दीवार जर्जर है, महिला सफाईकर्मी मजदूरी न मिलने के कारण सफाई कार्य नहीं कर रहीं. गंदगी के कारण तालाब अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है और मनपा फाइलों में दर्शाए गए खर्च भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है. इस तालाब पर सैकड़ों की संख्या में लोग टहलने के लिए रोजाना आते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण तालाब बंद है, इसके बावजूद ठेकेदार ने काम पूर्ण नहीं किया है. 

वसई- विरार शहर महानगरपालिका ने अचोले तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 2 करोड़ 70 लाख 41 हजार 417 रुपये की मंजूरी 30 जनवरी, 2019 को दी थी, जिसे पूर्ण करने के लिए 230 दिनों की अवधि निर्धारित कर  ठेका अमित अंसारी को दिया गया था. 

सफाईकर्मियों को 7 माह से वेतन नहीं

बारिश से पहले तालाब से कीचड़ को हटा दिया गया, लेकिन तालाब की मरम्मत को लेकर कोई अन्य काम नहीं किया गया और तालाब से जो मिट्टी और मलबे निकले थे, उसे तालाब के किनारे पर रख दिया गया. इस तालाब में साफ- सफाई का कार्य माऊली स्वयं सहायता महिला बचतगट की 10 महिलाओं द्वारा किया जाता है, लेकिन उन्हें पिछले 7 माह से तनख्वाह नहीं मिल रही है, जिसके कारण अब उनके परिवार के समक्ष भुखमरी के हालात हैंं. 

देखरेख के लिए चौकीदार नहीं

वर्तमान में लॉकडाउन के कारण तालाब बंद है, तालाब का प्रवेशद्वार, सुरक्षा दीवार टूट गए हैंं, जिसके कारण बाहरी कुछ लोग अंदर प्रवेश कर वहां शराब पीते हैं, गंदगी फैलाते हैं और तालाब में मछली पकड़ते हैं. तालाब के बगीचों की देखभाल के लिए वहां कोई चौकीदार नहीं है.मनपा ने पैदल चलने वालों के सामान को जब्त कर रखने के लिए एक गोदाम बनाया है. लाइट मीटर का बोर्ड खुला है.भारी बारिश में वहां रखे सामान व दीवार टूटने की भी आशंका है, जिससे झील और उद्यान क्षेत्र पूरी तरह नष्ट हो सकता है.

शिकायत पर नहीं दिया ध्यान

क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता एचएस दासौनी ने इस मामले की शिकायत मनपा अधिकारियों से की थी, लेकिन उसके बाद भी अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देने की जहमत नहीं उठाई. काम समाप्त हुए एक वर्ष भी पूर्ण नहीं हुआ है, जिससे साफ जाहिर होता है कि किया गया कार्य गुणवत्ताहीन है. इस पर आयुक्त को ध्यान देते हुए सम्बन्धित ठेकेदार पर कार्रवाई करते हुए दोबारा कार्य करवाना चाहिए.

ठेकेदार के खिलाफ होगी कार्रवाई

वसई-विरार शहर मनपा के शहर इंजीनियर राजेंद्र लाड ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से जगह पर जाकर काम का ठीक से निरीक्षण करूंगा. अगर काम सही नहीं हुआ है तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.