मुंबई. मुंबई में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के मामलों में लगभग एक महीने में 56 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। शहर के विभिन्न अस्पतालों में ब्लैक फंगस के फिलहाल 169 एक्टिव मरीज उपचार ले रहे हैं। इनमें कुछ मरीज तो ऐसे भी हैं जो निजी अस्पतालों में इलाज ले रहे थे, लेकिन ट्रीटमेंट का कॉस्ट इस अधिक हो जाता है कि मरीज मनपा अस्पतालों में शिफ्ट हुए हैं। मुंबई में अबतक करोड़ रुपए के इंजेक्शन जरूरत मंद मरीजों को दिए गए हैं ताकि वे इस बीमारी से उबर सके।
अबतक मुंबई में 825 ब्लैक फंगस के मरीज रिपोर्ट हुए हैं, जिसमें से 70 फीसदी मरीज मुंबई के बाहर से इलाज के लिए शहर पहुंचे हैं। डॉक्टरों की माने तो इस बीमारी से ग्रसित प्रत्येक मरीज को सर्जरी की जरूरत पड़ी है। 27 जून को मुंबई में 384 एक्टिव मरीज थे, जबकि बुधवार को यह संख्या 169 हो गई है। यानी मरीजों की संख्या आधी हो गई है। केईएम अस्पताल में अबतक 139 मरीज इलाज के लिए आए हैं जिसमें से 63 फिलहाल एडमिट है। जबकि जेजे में 145 से 13 , नायर में 46 से 22, सायन में 78 से 24 और कूपर में 42 से 11 मरीज उपचार ले रहे हैं।
सभी को सर्जरी से गुजरना पड़ा
ब्लैक फंगस का संक्रमण नाक, आंख और दिमाग को काफी प्रभावित करता है। यह संक्रमण जहां भी होता है उस हिस्से को सर्जरी कर निकाल दिया जाता है। सभी मरीजों को कम से कम 2 से 3 सर्जरी की जरूरत पड़ती है। तो कुछ मामलों में संख्या बढ़ जाती है। अच्छी बात यह है कि इस बीमारी में मृत्यु दर काफी रहती है, लेकिन मुंबई में अबतक 20 फीसदी लोग मरीजों की मौत हुई है।
इलाज के लिए 32हजार इंजेक्शन
महानगरपालिका ने ब्लैक फंगस के उपचार के लिए अबतक 31,248 वायल प्रोक्योर किए हैं। इसमें दो प्रकार की इंजेक्शन होती है। औसतन एक वायल की कीमत 6000 रुपए होती है इस प्रकार से अबतक 18 करोड़ रुपए की केवल इंजेक्शन मरीजों को दी जा रही है।