Jayant Patil

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    मुंबई. पिछले दो महीनों से लंबित सिंचाई प्रोजेक्ट (Irrigation Project) को मंजूरी नहीं  मिलने से नाराज जल संवर्धन मंत्री जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने बुधवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में जम कर दबाव बनाया। सूत्रों के मुताबिक, ख़ास तौर से पाटिल,  मुख्य सचिव सीताराम कुंटे से नाराज थे। उन्होंने कैबिनेट बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रस्ताव के मंजूरी दिए जाने के बाद भी मुख्य सचिव द्वारा इसकी फाइल वित्त विभाग को भेजे जाने पर नाराजगी जताई।

    जयंत पाटिल पाटिल ने पूछा की अगर कैबिनेट बैठक (Cabinet meeting) में स्वीकृत चीजें अचानक से बदल जाती हैं, तो कैबिनेट का प्रभारी कौन होता है। पाटिल ने आपा खोते हुए यहां तक कह दिया कि  यदि जरूरत नहीं है तो जल संसाधन विभाग को बंद कर दिया जाए।

    उसके बाद मुख्य सचिव सीताराम कुंटे और जल संसाधन विभाग के सचिव के बीच बैठक हुई। जिनमें 70 सिंचाई परियोजनाओं को कैबिनेट ने संशोधित प्रशासनिक मंजूरी दी थी, उसे तुरंत स्वीकृति प्रदान कर दी गई।