बड़ी संख्या में टिकट कैंसिल करा रहे हैं यात्री

  • दिल्ली, गोवा, गुजरात व राजस्थान से आने वाले यात्रियों की बढ़ीं मुश्किलें
  • आरटी-पीसीआर टेस्ट- मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ बढ़ी

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-अरविंद सिंह@नवभारत

मुंबई. दिल्ली, गोवा, गुजरात और राजस्थान से आने वाले हवाई यात्रियों को मुंबई एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर (रिवर्स-ट्रांसक्रिप्शन पॉलिमर्स चेन रिऐक्शन) टेस्ट निगेटिव रिपोर्ट दिखाने की अनिवार्यता से मुंबई आने वाले यात्रियों में हड़कंप मच गया है.

महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 25 नवंबर से एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट शुरू हो गया है, जिसके लिए यात्रियों की एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ी है. जो लोग इन राज्यों से निगेटिव रिपोर्ट लेकर आ रहे हैं, उन्हें दिक्कत नहीं हो रही है, लेकिन जो लोग शीघ्र टिकट निकाले थे, तत्काल उन्हें मुंबई आना है और उसी दिन वापस जाना है, उनके लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. खासकर उन यात्रियों के लिए जो एक दिन के लिए मुंबई आना चाहते हैं और उन्हें शीघ्र वापसी करनी है, उनके लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने और उसकी रिपोर्ट आने के इंतजार में फ्लाइट छूटने का खतरा बढ़ गया है. इसलिए ऐसे ज्यादातर यात्री अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं. साथ ही यात्रियों को एयपोर्ट पर टेस्ट कराने के लिए 1,600 से 3,900 रुपए भी खर्च करने पड़ रहे हैं और 8 घंटे इंतजार भी करने पड़ेंगे. अतिरिक्त खर्च बढ़ने और समय पर यात्रा न कर पाने की स्थिति में अधिकांश यात्री अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं.

यात्री व ट्रैवल एजेंटों की मुश्किलें

यात्रियों के साथ-साथ ट्रैवल एजेंटों की भी परेशानी बढ़ी है. इन परिस्थितियों में 10 से 15 प्रतिशत टिकट कैंसिल कराने वाले वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है. उन यात्रियों के लिए जिन्हें दिल्ली, गोवा, गुजरात और राजस्थान से तत्काल मुंबई आना है, वे यात्री अपना टिकट कैंसिल करा रहे हैं. कम समय के कारण वे टेस्ट कराने में असमर्थता जता रहे हैं.  कुछ ऐसे यात्री भी हैं जिन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की जानकारी नहीं है, वे भी कैंसिल करा रहे हैं.

यात्रियों की नाराजगी

ताज ट्रेवल्स के प्रोप्राइटर प्रकाश शर्मा ने बताया कि ऐसी परिस्थिति में यात्रियों की मुश्किलें तो बढ़ी ही हैं, साथ ही ट्रेवल एजेंटों की भी परेशानियां बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा कि यात्री अपना टिकट कैंसिल कराना चाहते हैं, लेकिन एयरलाइंस कंपनियां अपने नियम का हवाला देकर भारी-भरकम कैंसिलेशन चार्ज काट रही हैं. कैंसिल कराने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने से एयरलाइंस कंपनियां शीघ्र कैंसिल नहीं कर रही हैं. काल सेंटर में काफी देर तक फोन करने के बावजूद कोई फोन नहीं उठाता है. ऐसी स्थिति में बहुत सारे यात्रियों के टिकट कैंसिलेशन नहीं हो पाते हैं. शीघ्र पैसे रिटर्न ना होने से यात्री परेशान होते हैं. इससे यात्रियों में नाराजगी भी बढ़ी है.

यात्रियों का कहना है कि एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट का खर्च सरकार को उठानी चाहिए, क्योंकि यह व्यवस्था सरकार ने की है. इसलिए इसका खर्च भी उसे स्वयं उठानी चाहिए. सामान्य यात्री जो किसी तरह टिकट का पैसा इंतजाम करके अत्यावश्यक होने के कारण मुंबई आ रहे हैं, वे टेस्ट का अतिरिक्त खर्च नहीं वहन करना चाहते हैं.

आने-जाने दोनों तरफ के कैंसिलेशन

फ्यूचर ट्रैवेल्स के प्रोप्राइटर कुणाल मेहता ने कहा कि महाराष्ट्र में यह नियम बुधावार से लागू हुआ है. आरटी-पीसीआर के कारण दिल्ली, गोवा, गुजरात और राजस्थान से आने वाले यात्री कैंसिल तो करा रहे है, लेकिन मुंबई से बाहर जाने वाले यात्री भी बड़ी संख्या में टिकट कैंसिल करा रहे हैं. खासकर इन राज्यों से तत्काल वापसी करने वाले ज्यादातर यात्री टिकट कैंसिल करवा रहे हैं.

टेस्टिंग खर्च 1,600 से 3,900 रुपए

टेस्ट रिपोर्ट पाने के लिए उन्हें एयरपोर्ट पर रहने की व्यवस्था तो की गई है, लेकिन इसके लिए उन्हें भारी भरकम रकम भी चुकानी पड़ रही है. एयरपोर्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सामान्य तौर पर टेस्टिंग के लिए यात्रियों को 1,600 रुपए खर्च करने पड़ेंगे. इस दौरान उन्हें 8 घंटे रहने की सुविधा दी गई है. साथ ही वाई-फाई की व्यवस्था भी की गई है. खाने पीने का इंतजाम भी एयरपोर्ट पर है, लेकिन इसके लिए यात्रियों को चार्ज देना पड़ेगा. एयरपोर्ट पर 3,900 रुपए  पैकेज की भी व्यवस्था की गई है. इसमें टेस्टिंग रिपोर्ट के साथ-साथ खाने-पीने की फ्री व्यवस्था है.