ऑक्सीजन इमरजेंसी रोकने बीएमसी ने जारी की कार्य योजना

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    मुंबई.  कोविड संक्रमण से पीडि़त मरीजों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन (Oxygen) जरूरी होता है। वर्तमान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर लोग परेशान हैं। इसी ऑक्सीजन इमरजेंसी (Emergency) को रोकने के लिए  बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (BMC Commissioner Iqbal Singh Chahal) ने कार्य योजना जारी की है। जिसका सभी प्रशासनिक अधिकारियों (Administrative officers) और अस्पतालों (Hospitals) को सख्ती के साथ पालन करना होगा। इस कार्य योजना के तहत मुंबई के किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने पर तुरंत सप्लाई की जा सके। 

     कोविड मरीजों का इलाज करते समय ऑक्सीजन की कमी से परेशानी बढ़ गई है। ऑक्सीजन की कमी पूरे देश में हो गई है। इसलिए इसका उपयोग करते समय मुंबई के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके कार्य पद्धति का बहुत योग्य और कठोरता से पालन करना जरूरी हो गया है। बीएमसी शुरु से इसको लेकर चौकन्नी है।  17 अप्रैल को बीएमसी के 6 अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण 168 मरीजों को  युद्ध स्तर काम करते हुए कोविड सेंटर में शिफ्ट किया गया था। उसके बाद 21 अप्रैल को हिंदू महासभा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। डेढ़ घंटे का ऑक्सीजन बचा था उससे पहले वहां ऑक्सीजन पहुंचाया गया।  इन दो घटनाओं के बाद मुंबई में अब भी आवश्यक ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कार्य योजना तय की गई है जिससे बार-बार ऑक्सीजन इमरजेंसी की स्थिति उत्पन्न न हो।  बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू ने यह कार्य योजना तैयार की है। 

    क्रियान्वयन के नियुक्त हुए अधिकारी

    कार्य योजना के क्रियान्वयन के लिए  डीएमसी संजोग कबरे, चीफ इंजीनियर कृष्णा पेरेकर, कार्यकारी अभियंता संजय शिंदे और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हरिदास राठोड की नियुक्ति की गई है। सभी अधिकारी प्रशासनिक अधिकारियों और अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। 

     ऐसे होगा कार्य योजना का क्रियान्वयन

    • बीएमसी के  प्रमुख अभियंता (यांत्रिकी व विद्युत) के कार्यालय में एक डेटा शीट तैयार कर विभागवार सभी प्राइवेट अस्पतालों में जानकारी पब्लिश करनी होगी। जिसमें  सभी प्रकार के कोरोना अस्पतालों के नाम,  ऑक्सीजन सप्लायर के नाम, अस्पताल में कितने ड्यूरा सिलेंडर, जंबो और छोटे सिलेंडर्स उपलब्ध है इसकी जानकारी शामिल की जाएगी। 
    • इसकी एक सूची बीएमसी कंट्रोल रुम और एफडीए कंट्रोल रुम को साझा की जाएगी। यह सूची विभागीय कार्यालय अपडेट करते रहेंगे। 
    • आपूर्तिकर्ता के पास एग्रीमेंट के तहत ऑक्सीजन की मांग 24 घंटे पहले या जो समय तय हो उसके अनुसार करें।
    • 16 घंटे के भीतर ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने पर संबंधित अस्पताल कंट्रोल रूम को सूचित करेंगे।  
    • कंट्रोल रूम आपूर्तिकर्ता से बात कर समय पर ऑक्सीजन की सप्लाई हो यह सुनिश्चित करेंगे। यदि दो घंटे में आपूर्ति नहीं होती है तो कंट्रोल रूम अधिकारी एफडीए को सूचित करेंगे। 
    •  एफडीए भी दो घंटे के भीतर सप्लाई कराने में असफल रहता है तो समन्वय कार्यकारी अभियंता जरूरत के अनुसार अस्पताल को ऑक्सीजन भेजे कर वरिष्ठ अधिकारी को जानकारी देंगे। 
    •  सभी सहायक आयुक्त अपने स्वास्थ्य अधिकारी के जरिए अपने कंट्रोल रुम को इस कार्य योजना की जानकारी दें अस्पतालों में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रखने के लिए सतर्क रहें और अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।