50 आयुष डॉक्टर व 170 नर्स की नियुक्ति

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पुणे. महानगरपालिका सेवा नियमावली के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में 745 डॉक्टरों की कमी है, लेकिन सरकार की मंजूरी ना होने के कारण यह भर्ती नहीं हो रही थी. हाल ही में कोरोना की वजह से प्रबंधन करने के लिए मनपा को डॉक्टरों की कमी महसूस हो रही थी. मनपा प्रशासन द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन कई कोविड सेंटर्स में स्वास्थ्यकर्मियों की ज़रूरत नज़र आ रही है.

इसी  वजह से 6 महीने के लिए 635 स्वास्थ्य कर्मियों के पद भर्ती किए जायेंगे. उसके लिए स्थायी समिति ने मंजूरी दी है. इसमें से 177 स्वास्थ्यकर्मियों को हाल ही में नियुक्त किया जा चुका है. स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अंजली साबणे ने बताया है कि 50 आयुष डॉक्टर्स और 170 नर्स की और नियुक्तियां की गई हैं.

स्वास्थ्यकर्मियों की आवश्यकता

गौरतलब है कि शहर में कोरोना वायरस का प्रकोप तेज़ी से बढ़ रहा है. इस वजह से इसकी रोकथाम के लिए महानगरपालिका प्रशासन की ओर से सभी उपाय योजनाएं की जा रही हैं. महानगरपालिका के डॉ. नायडू अस्पताल में करीब 140 डॉक्टर और नर्स युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं, लेकिन बढ़ते मरीजों की संख्या के सामने कम पड़ रहे थे. नायडू अस्पताल में 6 बेड़ का आईसीयू बना है. उसके लिए भी डाक्टर व नर्स की  आवश्यकता है. मनपा के पास इतने लोग नहीं है, क्योंकि सरकार ने अभी तक भर्ती के लिए मंजूरी नहीं दी थी. महानगरपालिका सेवा नियमावली के अनुसार महापालिका के स्वास्थ्य विभाग में 745 डॉक्टरों की कमी है. राज्य सरकार के मंजूरी के बाद करीब 97 पदों के लिए प्रक्रिया शुरू की थी. इसमें स्वास्थ्य अधिकारी, रेडिओलॉजिस्ट, कार्डिओलॉजिस्ट, फिजिशियन, बालरोग विशेषज्ञ ऐसे विभिन्न 14 कैटगरी का समावेश है. इसमें से 57 लोगों की प्रक्रिया लगभग पूरी की है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य कर्मियों की कमी महसूस हो रही है.

3452 बेड्स बढ़ाने की जरूरत

डॉ. साबणे के अनुसार शहर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. इस वजह से सीसीसी की तादाद बढ़ाना आवश्यक बन गया है. इसमें 3542 बेड्स बढ़ाने हैं. इसमें स्वास्थ्य कर्मियों की आवश्यकता है. इस वजह से 635 पदों की भर्ती 6 माह के लिए प्रस्ताव स्थायी समिति के समक्ष रखा गया था.