दूसरी लहर से निपटने के लिए रहें तैयार : मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे

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मुंबई. राज्य में भले ही कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई है, लेकिन यूरोप की तरह दूसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार रहने की बात भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कही. बीमारी से बचने के लिए दीपावली के बाद अगले 15 दिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है.  मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी विभागीय आयुक्तों और जिला अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बैठक की. इस बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजेश टोपे, मुख्य सचिव संजय कुमार, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अजॉय मेहता, मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ दीपक म्हैसेकर, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खारगे, टास्क फोर्स के डॉक्टर्स भी इस बैठक में उपस्थित थे. 

सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘मेरा परिवार, मेरी ज़िम्मेदारी’ अभियान के माध्यम से बीमारी के प्रसार को रोकने में कुछ हद तक सफलता मिली है, लेकिन दिसंबर में भी इस अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए योजना बनाने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है.  

सुपर स्प्रेडर की तत्काल जांच के आदेश भी दिए गए

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने मार्च में कहा था कि यह एक विश्व युद्ध है. इतने महीनों तक हमने बिना हथियारों के भी वायरस को नियंत्रित करने के लिए लड़ाई लड़ी है और हमें सफलता भी मिल रही है. अब ठंड का मौसम शुरु हो गया है. इस काल के दौरान, कोविड के अलावा, अन्य बीमारियां भी होती है. विशेषकर हृदय रोग, निमोनिया, अस्थमा, फ्लू के मरीजों को अधिक देखभाल करने की जरूरत होती है. फ्लू और कोरोना के बीच के अंतर को भी समझना होगा. सुपर स्प्रेडर की तत्काल जांच के आदेश भी दिए गए हैं.

कोविड सुविधा को न हटाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान में पाए गए कोमोरबिडीटी वाले नागरिकों के साथ संपर्क रहना बहुत जरुरी है. लगातार उनसे पूछताछ करें, ताकि अगर दूसरी लहर आए भी तो हम एक बड़ी आपदा से बच सकते हैं. उन्होंने निर्देश है कि वर्तमान में फील्ड अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में स्थापित की जा रही सुविधाओं को हटाएं नहीं. 

अगर दूसरी लहर आई तो

आंकलन के मुताबिक, यदि दूसरी लहर आती है, तो 40 प्रतिशत मरीज आइसोलेशन में रहेंगे, 45 प्रतिशत कोविड केंद्र में रखें जाएंगे और 15 प्रतिशत मरीजों को आईसीयू की आवश्यकता होगी. 

डाटा का चिकित्सीय उद्देश्य के लिए इस्तेमाल

मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान में जो डाटा जमा हुआ है, इस डाटा चिकित्सा उद्देश्यों के लिए अच्छे इस्तेमाल के लिए रखा जा सकता है.

खाद्य विक्रेताओं, रेस्तरां करे नियमों का पालन

मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अजोय मेहता ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में बड़ी संख्या में भीड़ देखी जाती है और ऐसे स्थान सुपर स्प्रेडर साबित हो सकते हैं. इसलिए इन जगहों पर इनोवेटिव आईडिया को अमल में लाकर भीड़ को न होने दें. शहरों में भी रास्तों पर खाद्य विक्रेताओं और रेस्तरां में भीड़ बढ़ रही है, इन जगहों पर भी नियमों का पालन होना बहुत जरुरी है.

होम आइसोलेशन के लिए निजी अस्पतालों की लें मदद

टास्क फोर्स के डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि दूसरी लहर कब आएगी, इस पर चर्चा चल रही है. सर्दियों में जहां-जहां पर तापमान गिरता है, वहां पर कोरोना बढ़ सकता है. टेस्टींग की संख्या में वृद्धि करने की जरुरत है. निजी अस्पतालों की मदद से होम आइसोलेशन प्लानिंग की जानी चाहिए.