– सेवानिवृत्त के समय तक परिवार को पुलिस क्वाटर्स में रहने की इजाजत
– सरकार ने दी मंजूरी
– गृहमंत्री अनिल देशमुख ने दी जानकारी
मुंबई. मुंबई समेत महाराष्ट्र पुलिस कोरोना महामारी से फ्रंट पर लड़ रही है. लाॅकडाउन को अमल कराने के लिए पुलिसकर्मी दिन-रात ड्यूटी कर रहे है. ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी कोरोना के शिकार हो रहे हैं.कोरोना महामारी से जान गवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार को सरकार ने बड़ी राहत दी है. जिन पुलिसकर्मियों की कोरोना से डेथ हुई है, उनके परिवार पुलिसकर्मियों के रिटायर्डमेंट के समय तक आधिकारिक रूप से एलाट किए गए पुलिस क्वाटर्स में ही रहेंगे. ऐसा राज्य सरकार ने निर्णय लिया है.
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कोरोना महामारी से हमारे पुलिस के जवान फ्रंट पर लड़ रहे हैं. कोरोना से लड़ते हुए 54 पुलिस जवान शहीद हुए हैं. हम प्रत्येक शहीद जवान के परिवार को 61 लाख रुपए दे रहे हैं. इसी कड़ी में राज्य सरकार ने कोरोना से जान गवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार को उनके सेवानिवृत्त होने के समय तक पुलिस क्वाटर्स में रहने की इजाजत देने का निर्णय लिया है.
कोरोना से मुंबई के 33 समेत 54 पुलिसकर्मियों की गई जान
कोरोना महामारी के फैलने के बाद 25 अप्रैल को वकोला पुलिस स्टेशन के पहले सिपाही की मौत के बाद 26 जून तक इन 61 दिनों में मुंबई के 33 पुलिसकर्मियों समेत राज्य में कोरोना से 54 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है.