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    भायंदर. ठेके (Contracts) को लेकर मंगलवार को मीरा-भायंदर महानगरपालिका मुख्यालय (Mira-Bhayandar Municipal Corporation Headquarters) में दो ठेकेदारों (Contractors) के बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों को चोटें आईं है। खबर लिखे जाने तक मामला दर्ज नहीं हुआ था। इस घटना के बाद एक बार फिर महानगरपालिका की सुरक्षा (Security) पर सवाल उठ गया है।

    कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए मीरा-भायंदर मनपा मुख्यालय में आम नागरिकों के प्रवेश की समय सीमा घटा दी गई, लेकिन ठेकेदार अपनी फौज लेकर आते-जाते हैं। उनके लिए कोई बंदिश नहीं है। बताया गया है कि नगरसेवक निधि के 4-5 काम की निविदा कुणाल जोशी नाम के ठेकेदार ने भरी है। इन कामों का ठेका राजू सिंह नाम का ठेकेदार लेना चाहता था। मंगलवार को दोपहर में मनपा मुख्यालय के चौथे मंजिल पर स्थित सार्वजनिक बांधकाम विभाग के बाहर दोनों का आमना-सामना हुआ। ठेके की निविदा भरने पर दोनों में कहासूनी और फिर विवाद हो गया। 

    जमकर लात-घुसे चले

    प्रत्यदर्शियों के अनुसार सिटी इंजीनियरिंग शिवाजी बारकुंड के कार्यालय के बाहर दोनों में जमकर लात-घुसे चलें। मारपीट में दोनों लहूलुहान हो गए। मनपा मुख्यालय में ठेकेदारों के बीच मारपीट की चौथी घटना है। इससे पहले राजू सिंह और एक अन्य ठेकेदार को बीच मारपीट हुई थी।

    जब ऑनलाइन निविदा भरी जाती है तो दोनों ठेकेदारों को लोकनिर्माण विभाग में आने क्यों दिया गया? इस घटना के बाद ठेका फिक्सिंग की बात बाहर आ गई है। मारपीट से मनपा मुख्यालय की शान्ति भंग हुई है। सभी ठेकेदारों के मनपा मुख्यालय में आने पर पाबंदी लगाई जाए।

    -प्रवीण पाटिल, विरोधी पक्ष नेता

    ठेकेदारों के बीच मारपीट उनका निजी मामला है। उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। महानगरपालिका कोई एक्शन नहीं लेगी।

    -संभाजी वाघमारे, अतिरिक्त आयुक्त