BMC Election Mumbai Congress 'Mission BMC'

  • 100 दिनों में प्रत्येक वार्ड में ‘जनता दरबार’
  • प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पाटिल की हाई प्रोफाइल मीटिंग
  • थोरात और जगताप समेत अहम नेता रहे मौजूद
  • ‘मेरा मुंबई मेरा कांग्रेस’ अभियान

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मुंबई. साल 2022 में होने बीएमसी चुनाव (BMC Election) को लेकर मुंबई कांग्रेस (Mumbai Congress) का मिशन (Mission) तेज हो गया है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी एच.के. पाटिल (H.K. Patil) ने मुंबई कांग्रेस कार्यालय में एक हाई प्रोफाइल मीटिंग (High Profile Meeting) की, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात (Balasaheb Thorat) और मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप समेत प्रमुख नेता मौजदू रहें। पाटिल ने मुंबई कांग्रेस के सभी नेताओं से ‘मिशन बीएमसी’ के लिए अभी से जुट जाने के निर्देश दिए हैं।

 सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने सभी नेताओं से कहा कि वे आपसी विवाद और गुटबाजी को छोड़ कर पार्टी के हितों पर ध्यान दें। पाटिल ने कहा कि यदि मुंबई कांग्रेस की नई टीम ने मिल कर काम किया तो बीएमसी चुनाव में अच्छे नतीजे देखने को मिलेंगे। पाटिल की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात, पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे, एआईसीसी सचिव और प्रदेश के सह प्रभारी आशीष दुआ, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप, पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़, कैबिनेट मंत्री असलम शेख, वर्षा गायकवाड, पूर्व मंत्री व प्रचार समिति अध्यक्ष नसीम खान, चंद्रकांत हंडोरे, सुरेश शेट्टी, विधायक अमीन पटेल, बीएमसी में नेता विपक्ष रवि राजा, अमरजीत सिंह मन्हास व गणेश यादव समेत कई नेता मौजूद थे।

‘मेरा मुंबई, मेरा कांग्रेस’ से लोगों को जोड़ो

प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पाटिल ने ‘मेरा मुंबई, मेरा कांग्रेस’ मिशन के तहत नेताओं को 100 दिनों में सभी वार्डों में पदयात्रा कर लोगों के बीच जनता दरबार कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए जनता से सीधा संवाद बेहद जरुरी है। पाटिल ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को कांग्रेस से जोड़ने के लिए जमीनी स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं को पहुंच कर उनकी समस्याओं को जानना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लेकर जनता के क्या विचार हैं। इस बारे में भी आकलन करना बेहद जरुरी है। पाटिल ने मुंबई कांग्रेस के नेताओं को लोगों की समस्याओं और सुझावों को ध्यान में रख कर चुनाव की रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं।

आघाड़ी सरकार का बीएमसी चुनाव से संबंध नहीं

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने कहा कि शिवसेना की अगुवाई में बनी महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में कांग्रेस शामिल है, लेकिन बीएमसी में कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल है। उन्होंने कहा कि ऐसे में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में कांग्रेस के शामिल होने से बीएमसी चुनाव का कोई लेना-देना नहीं है। जगताप ने एक बार फिर दोहराया है कि मुंबई कांग्रेस की तैयारी बीएमसी की सभी 227 सीटों पर लड़ने की है। वर्तमान में बीएमसी में शिवसेना की सत्ता है। ऐसे में यदि कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ती है तो बीजेपी के अलावा शिवसेना से भी उनका मुकाबला होगा। हाल ही में स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनावों में महाविकास आघाड़ी ने मिल कर उम्मीदवार खड़े किए थे। इस वजह से बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में यह तय है कि महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में शामिल शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच बीजेपी को हराने के लिए बीएमसी चुनाव में भी गठबंधन जरुर होगा। हालांकि जगताप गठबंधन से पहले सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह कर अपने कार्यकर्ताओं को चार्ज रखना चाहते हैं।      

जगताप पर थोरात रखेंगे नजर

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद पर भाई जगताप को नियुक्त तो की गई है, लेकिन उन्हें फ्री हैण्ड नहीं दिया गया है। स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात को बनाया गया है। ऐसे में साफ़ है कि बीएमसी चुनाव में सीटों के बंटवारे से लेकर उम्मीदवारों के नाम को फाइनल करने के लिए थोरात की सहमति जरुरी होगी।  इस बारे में प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी आशीष दुआ ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों के रहने से मुंबई कांग्रेस के नेताओं को उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की कोशिश मुंबई कांग्रेस और मंत्रियों के बीच समन्वय बनाने की है। दुआ ने कहा कि हमारी इस कोशिश को मुंबई कांग्रेस को प्रदेश कांग्रेस के अंदर लाने के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।