रेलवे बोर्ड ने दिए संकेत
मुंबई. प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट अहमदाबाद-मुंबई के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन का कार्य समय पर पूरा होने का संकेत रेलवे बोर्ड ने दिया है. कोरोना महामारी के बावजूद इस प्रोजेक्ट को तय समय में ही पूरा करने की जानकारी रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव की ओर से दी गई है. मुंबई-अहमदाबाद के बीच इस हाई-स्पीड कॉरिडोर को दिसंबर 2023 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वैसे देश के इस पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर कई अड़चनें भी आई हैं.
भूमि अधिग्रहण को लेकर विरोध, जापानी करंसी येन और भारतीय रुपये में बढ़ते अंतर की वजह से प्रोजेक्ट कॉस्ट बढ़ने की भी उम्मीद है.जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (JICA) ने 20 साल के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का 80 फीसदी लोन के रूप में दिए जाने का निर्णय लिया है ताकि समय पर प्रोजेक्ट को पूरा किया जा सके. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉरपोरेशन काम कर रही है.
मिली जानकारी के अनुसार एनएचएसआरसीएल ने प्रोजेक्ट का 68 फीसदी सिविल वर्क शुरू कर दिया है. कुल 508 किलोमीटर के रूट पर करीब 345 किलोमीटर पर यह काम जारी है. बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए महाराष्ट्र में करीब 28 स्टील ब्रिज का अलग टेंडर निकाला गया है.
60 फीसदी हुआ जमीन का अधिग्रहण
एनएचएसआरसीएल के अनुसार इस हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट के लिए जरूरी ज्वाइंट लैंड सर्वे पूरा होने को है.कॉरपोरेशन ने इस कॉरिडोर के लिए करीब 60 फीसदी जमीन का अधिग्रहण भी पूरा कर लिया है.इसमें गुजरात में 77 फीसदी,दादर नगर हवेली में 80 फीसदी और महाराष्ट्र से 22 फीसदी जमीन अधिग्रहण शामिल है.महाराष्ट्र में कुछ जगहों पर जमीन अधिग्रहण में अड़चनें भी आईं.
जमीनी काम शुरू होना बाकी
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के अनुसार हालांकि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर जमीनी काम अभी शुरू नहीं हुआ है.इस समय टेंडरिंग प्रक्रिया के साथ भूमि अधिग्रहण का काम भी चल रहा है.बिडर्स के शंका समाधान के लिए प्री-बिडिंग बैठक भी लॉकडाउन के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई है.
2 घंटे में मुंबई से अहमदाबाद
मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर के कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन की रफ्तार करीब 300 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. इस बुलेट ट्रेन के शुरू होने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी महज 2 घंटे में ही पूरी की जा सकेगी.इस समय ट्रेन से 10 घंटे लगते हैं.