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  • वसई- विरार में धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय
  • 2 बिजली उपभोक्ताओं को बनाया शिकार

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नालासोपारा. वसई-विरार में लॉकडाउन के दौरान  महावितरण द्वारा मीटर रीडिंग लिए बगैर भेजे गए भारी-भरकम बिल को कम कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय है. अब तक ऐसे 2 मामले सामने आए हैं, जिसमें नालासोपारा पूर्व निवासी एक महिला और विरार पश्चिम के अन्य ग्राहक से हजारों रुपए की धोखाधड़ी की बात सामने आई है. खास बात यह है कि धोखाधड़ी के शिकार उपभोक्ता से पैसे लेकर उसे नालासोपारा महावितरण विभाग के अधिकारी का ठप्पा (मुहर) लगा हुआ नकली रसीद दी गई है.

महिला को पकड़ाया फर्जी रसीद

सितंबर माह में नालासोपारा पूर्व निवासी एक महिला का बिजली बिल 50 हजार आया था, जिसे भरने के लिए वह महावितरण विभाग कार्यालय पर लाइन ने लगी थी. उसी दौरान उसके पास तीन- चार लोग आए और महिला को बताया कि आपका बिजली बिल 25 हजार करवा देंगे कहकर महिला से पैसे लिए और उसे फर्जी रसीद दे दिया. उसके पश्चात अक्टूबर माह में बिजली बिल फिर बढ़कर आया तो महिला इसकी जांच के लिए रसीद लेकर महावितरण कार्यालय पहुंची तो उसके साथ हुई धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. महिला को मिली रसीद में अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता महावितरण नालासोपारा पश्चिम के कृष्णकांत झारकर का नाम था. इसी आधार पर महिला ने उनसे मुलाकात कर रसीद दिखाई तो अधिकारी ने बताया कि उन्होंने ऐसी कोई रसीद किसी कर्मचारी को नहीं दी है. इसके बाद महिला ने पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई.

धोखाधड़ी के शिकार लोग करें शिकायत

विरार और नालासोपारा पूर्व के 2 बिजली उपभोक्ताओं को मेरे नाम की मुहर लगी फर्जी रसीद का मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत करने पुलिस स्टेशन गया था. पुलिस ने सिर्फ विभाग की मुहर का दुरुपयोग किए जाने का मामला दर्ज किया है.पुलिस का कहना है कि जिसके साथ धोखाधड़ी हुई है, उसे खुद आकर शिकायत करनी पड़ेगी. यदि कोई बिजली बिल कम करके देने की बात करता है तो उसे पकड़कर समीप के पुलिस स्टेशन के सुपुर्द करें. – कृष्णकांत झारकर, अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता, महावितरण, नालासोपारा पश्चिम