मुंबई. हिंदुत्व के मुद्दे पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच लेटर बम का मुद्दा गरम हो गया है. भाजपा नेता और पूर्व मंत्री आशीष शेलार ने कहा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के हिंदुत्व को तिलांजलि दे दी है. इसलिए उन्हें हिंदुत्व के प्रमाण पत्र की जरूरत है.
◆स्वातंत्र्यविर विनायक दामोदर सावरकर यांचा अपमान करणाऱ्या काँग्रेसची संगत ज्यांनी केली
◆याकुबच्या फाशीला विरोध करणाऱ्यांना मुंबईचे पालकमंत्री ज्यांनी केले
◆पंढरपूरात जाऊन विठ्ठलाच्या मुर्तीला स्पर्श ही ज्यांनी केला नाही..
हे कसले हिंदुत्वाचे पुजारी?
हे तर सत्तेचे लाचारी! 2/2— Adv. Ashish Shelar – ॲड. आशिष शेलार (@ShelarAshish) October 13, 2020
उद्धव को हिंदुत्व से नहीं, कुर्सी से प्रेम
शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री को हिंदुत्व से नहीं, कुर्सी से प्रेम है. इसलिए उन्होंने वीर सावरकर का विरोध करने वाली कांग्रेस के साथ सरकार बनाई. याकूब की फांसी का विरोध करने वाले को मुंबई का पालक मंत्री बनाया. कसाब को बिरयानी खिलाने वालों को बगल में बिठाए. अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के लिए ई पद्धति का सलाह दिए. भारत तेरे टुकड़े हो हजार कहने वालों का मुंबई में स्वागत किये. पंढरपुर जाकर भी विट्ठल की मूर्ति को स्पर्श नहीं किए. यह कैसा हिंदुत्व है. देवभूमि से आए राज्यपाल यदि कुछ दे रहे हैं तो उसे लेना चाहिए.