Coastal road work will start from 7 January

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मुंबई. मुंबई (Mumbai) से ट्रैफिक (Traffic) कम करने और यात्रा का सुगम बनाने के लिए  बहुप्रतीक्षित परियोजना कोस्टल रोड़ (Coastal Road) का काम 7 जनवरी से शुरू किया जाएगा. इसके लिए 2 सबवे का काम शुरू किया गया है. इन भूमिगत सुरंगों (Underground Tunnels) को खोदने का काम 7 जनवरी से शुरू होगा और अगले 18 महीनों में पूरा हो जाने की जानकारी मुंबई महानगरपालिका कमिश्नर इकबाल सिंह चहल (Mumbai Municipal Corporation Commissioner Iqbal Singh Chahal) ने दी है. मुंबई उन्होंने कहा कि कोस्टल रोड़ को जुलाई 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

कमिश्नर ने कहा कि प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर (Princess Street Flyover) से बांद्रा-वर्ली सी लिंक (Bandra Worli Sea Link) तक 10.58 किमी की कोस्टल रोड का निर्माण किया जाएगा. 

परियोजना पर 12,721 करोड़ रुपए खर्च होंगे

 इस परियोजना पर 12,721 करोड़ रुपये खर्च होंगे.  कमिश्नर ने कहा कि इसमें से 1281 करोड़ रुपए के विकास कार्य पूरे हो चुके हैं. इस प्रोजेक्ट का अब तक 17 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. बीएमसी (BMC) के सबसे बड़े प्रोजेक्ट कोस्टल रोड के लिए कुल 277 एकड़ समुद्र को पाटा जाएगा. जिसमें से 175 एकड़ जमीन को पाटा जा चुका है. दक्षिण मुंबई को उत्तर मुंबई से जोड़ने में यह कोस्टल रोड सबसे अहम भूमिका निभाएगा। इससे जहां ईंधन की बचत होगी, ट्रैफिक की समस्या दूर होगी वहीं मुंबईकरों के काफी समय की बचत होगी.

रोड की कुल दूरी 35.6 किलोमीटर 

चहल ने कहा कि बीएमसी मरीन ड्राइव से लेकर  वर्ली-बांद्रा सी लिंक तक का काम करेगी. पश्चिमी उपनगर को जाने वाले लोगों की ट्रैफिक समस्या को दूर करने के लिए प्रिंसेस स्ट्रीट से वर्ली सी लिंक से कांदिवली तक यह कोस्टल रोड बनाया जाएगा.  कोस्टल रोड की कुल दूरी 35.6 किलोमीटर है.  यह दूरी रोड के जरिए तय करने में अभी करीब 2 से ढाई घंटे का समय लगता है. कोस्टल रोड बन जाने से यह दूरी महज 40 मिनट में तय की जा सकेगी. कोस्टल रोड़ से ही न्हावा शेवा और शिवड़ी तक बनने वाले सेतु को भी जोड़ा जाएगा जिससे नई मुंबई और रायगढ़ से आने वाले यात्री इस मार्ग से सीधे बोरीवली तक जा सकते हैं.

400 मीटर लंबी टनल बनाई जानी है

कोस्टल रोड के लिए 400 मीटर लंबी टनल बनाई जानी है. जिसके लिए चीन से टीबीएम मशीन मंगाई गई है. बीएमसी कमिश्नर चहल ने कहा कि यह मशीन 7 जनवरी से टनल बनाने का काम शुरू कर देगी. यह मशीन 12.19 मीटर व्यास की है. यह देश में टनल बनाने वाली यह अब तक की  सबसे बड़ी मशीन है . जिस टनल का निर्माण शुरु किया जाएगा वह टनल 6.5 किमी लंबी होगी जिसमें 8 लेन सड़क बनाई जाएगी. इसमें 4 स्थानों पर  इंटरचेंज की भी व्यवस्था की जाएगी. कई स्थानों पर वाहनों की पार्किंग के लिए भी व्यवस्था की जाएगी.