आम यात्रियों को लोकल का इंतजार, शर्तों के साथ मिलेगी इजाजत

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    मुंबई. मुंबई (Mumbai) में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) थमने के बाद अब आम लोगों के लिए लोकल ट्रेन (Local Train) के दरवाजे खुलने का बेसब्री से इंतजार हो रहा है। मुंबई सहित राज्य भर में श्रेणी अनुसार किए गए अनलॉक (Unlock)  के बाद मुंबई की ‘लाइफलाइन’ कही जाने वाली लोकल को आम लोगों के लिए खोले जाने का निर्णय जल्द हो सकता है। हालांकि मुंबई को 2 री श्रेणी में रखा गया है। बताया गया कि मानसून में एक बार फिर कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए सभी के लिए लोकल शुरू किए जाने को लेकर सरकार विचार मंथन कर रही है। 

    इस समय मुंबई लोकल केंद्र व राज्य के कर्मचारियों के अलावा स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अत्यावश्यक लोगों के लिए ही चलाई जा रही है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने कक्षा 10 वीं के मूल्यांकन से जुड़े प्रधानाचार्य, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को मुंबई लोकल में यात्रा की मंजूरी दे दी है।

    माध्यमिक शिक्षकों को इजाजत 

    15 जून से शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद राज्य सरकार ने सभी शिक्षकों को स्कूलों में हाजिर होने का निर्देश दिया है। इसके अलावा 10 वीं के विद्यार्थियों का मूल्यांकन कर जानकारी बोर्ड के पास भेजने के लिए शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थित रहना जरूरी है। इसलिए इन शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को लोकल यात्रा की अनुमति दे दी गई है। शिक्षकों को मुंबई लोकल में लेबल 2 का पास दिया जाएगा। यह ऑनलाइन पास एसएमएस डाउनलोड के माध्यम से वितरित किया जाएगा। मुंबई के स्कूलों में पढ़ाने वाले कई शिक्षक वसई, विरार, पालघर, कल्याण, कर्जत, कसारा,पनवेल सहित अन्य दूरदराज इलाको से आते हैं। शिक्षा मंत्री के साथ शिक्षक संघ की मांग पर दूरदराज इलाके से आने वाले शिक्षकों को लोकल ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति आखिरकार मिल गई है।

    आम यात्रियों का प्रेशर

    बताया गया है कि आम लोगों के बढ़ते दबाव को देखते हुए जल्द ही सरकार निर्णय ले सकती है। मुंबई में अभी भी कोरोना के मामले घट बढ़ रहे हैं। ऐसे में कुछ शर्तों के साथ आम लोगों को लोकल यात्रा की परमिशन दिए जाने पर निर्णय होगा। राज्य में चरणों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पॉजिटिविटी रेट और ऑक्सीजन बेड ऑक्यूपेंसी के आधार पर तय किया जा रहा है। पिछले हफ्ते मुंबई में पॉजिटिविटी रेट में कमी के बावजूद बीएमसी ने मुंबई को दूसरी श्रेणी में ही बनाए रखने का फैसला किया। शिक्षकों की तरह वकीलों ने भी लोकल में यात्रा की अनुमति मांगी है।

    चल रही 80 प्रतिशत लोकल

    इस समय मध्य व पश्चिम रेलवे पर क्षमता की 80 प्रतिशत लोकल चलाई जा रही है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार राज्य सरकार के निर्देश पर सभी के लिए लोकल चलाई जाएगी। रेल प्रशासन लोकल चलाने के लिए तैयार है। सरकारी व निजी कार्यालयों को खोलने की इजाजत देने के बाद मुंबई में आवागमन की समस्या बढ़ गई है।