कांग्रेस का किसान बिल के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान

  • अब तक दस हजार लोग कर चुके हैं बिल के खिलाफ हस्ताक्षर

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मुंबई. कंग्रेस ने केंद्र सरकार द्वारा पारित कराए गए किसान बिल-2020 के खिलाफ अंधेरी, जोगेश्वरी और गोरेगांव में हस्ताक्षर अभियान चलाया, जिसमें लगभग 10 हजार लोगों ने भाग लिया और बिल के खिलाफ हस्ताक्षर किया.

अंधेरी स्थित नागरदास रोड, पंपहाउस, फिल्टरपाड़ा जोगेश्वरी स्थित हेमा इंडस्ट्रीज और गोरेगांव स्थित ईंटभट्टी और दिंडोशी में चले किसान बिल के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान के बाबत कांग्रेस कमेटी, उत्तर-पश्चिम जिला के अध्यक्ष क्लाईव डायस ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कराए गए किसान बिल-2020 का मुंबई में ही नहीं, पूरे देश में व्यापक स्तर से  विरोध हो रहा है. पार्टी नेतृत्व के मंशा के अनुरूप उत्तर-पश्चिम जिले में बिल खिलाफ चलाए गए हस्ताक्षर अभियान में अब तक लगभग 10 हजार लोगों ने किसान बिल की निंदा कर उसके खिलाफ हस्ताक्षर कर चुके हैं. हस्ताक्षर अभियान 5 नवंबर तक चलाया जाएगा. 10 नवंबर तक हम लोग हस्ताक्षर युक्त कापी को पार्टी हेड ऑफिस (दिल्ली) भेज देंगे, जिसको 13 नवंबर को राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा

किसान विरोधी है बिल

केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान बिल-2020 किसान के लिए लाभकारी न होकर किसान विरोधी है. इस अध्यादेश से किसान अपने ही खेत में सिर्फ मजदूर बनकर रह जाएगा. केंद्र सरकार पश्चिमी देशों के खेती का मॉडल हमारे किसानों पर थोपना चाहती है. कांट्रैक्ट फार्मिंग में कंपनियां किसानों का शोषण करती हैं और उनके उत्पाद को खराब बताकर रिजेक्ट कर देती हैं. दूसरी ओर व्यापारियों को डर है कि बड़े मार्केट लीडर उपज खेतों से ही खरीद लेंगे तो आढ़तियों को कौन पूछेगा. मंडी में कौन जाएगा.

यह है केंद्र सरकार की किसान बिल-2020 की कमियां, जिसके खिलाफ पार्टी की नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरे देश हस्ताक्षर अभियान चल रहा है. – राजेश शर्मा, महासचिव, कांग्रेस कमेटी, महाराष्ट्र