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  • विरोधी पक्ष नेता के लिए बीजेपी की याचिका हाईकोर्ट में खारिज

मुंबई. मुंबई महानगर पालिका में विरोधी पक्ष नेता पद हासिल करने के लिए बीजेपी की याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. अब विरोधी पक्ष नेता पद कांग्रेस के ही पास बना रहेगा. विरोधी पक्ष नेता पद पर कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक रवि राजा हैं. हाई कोर्ट में याचिका निरस्त हो जाने के बाद बीजेपी सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है.

पहले शिवसेना के साथ रह कर बीएमसी में चौकीदार की भूमिका निभाने वाली बीजेपी को शिवसेना से अनबन के बाद विरोध पक्ष नेता का भी पद चाहिए था, लेकिन उसका यह मंसूबा फेल हो गया.

प्रभाकर शिंदे ने याचिका दायर की थी

 राज्य और बीएमसी में शिवसेना से युति खत्म होने के बाद बीजेपी ने विरोधी पक्ष नेता पद पर दावा किया था, लेकिन दूसरे नंबर की पार्टी होते हुए भी बीजेपी ने यह पद लेने से मना कर दिया था. बीजेपी शिवसेना के साथ बनी भी रहना चाहती थी और उस अंकुश भी रखना चाहती थी. लेकिन शिवसेना से युति टूटने के बीजेपी का दांव उस पर ही भारी पड़ गया. महापौर ने विरोधी पक्ष नेता पद बीजेपी को देने से यह कह कर मना कर दिया था कि एक बार विरोधी पक्ष नेता नियुक्ति के बाद उसे तब तक नहीं हटाया जा सकता है जब तक वह स्वेच्छा से यह पद नहीं छोड़ देता है अथवा कोई अनहोनी नहीं घटती है. महापौर किशोरी पेडणेकर के निर्णय के खिलाफ बीएमसी में बीजेपी गुट नेता प्रभाकर शिंदे ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसे कोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दिया.  राज्य में शिवसेना भाजपा गठबंधन की सरकार होने के कारण भाजपा मनपा का विरोधी पक्ष नेता का पद नही लिया. भाजपा उस दौरान तटस्थ की भूमिका बनाए रखी. यहां तक किसी भी समिति का अध्यक्ष पद भी नहीं स्वीकार किया. विरोधी पक्ष नेता पद देने को लेकर पेंच बना हुआ था. भाजपा ने जब यह पद  लेने से इनकार कर दिया तब तीसरे नम्बर की पार्टी रही कांग्रेस को विरोधी पक्ष का पद दिया गया. कांग्रेस को यह पद पाने के लिए महीनों लग गए थे.

क्या कहता है बीएमसी का नियम

बीएमसी नियमानुसार सदन में दूसरे नंबर की पार्टी को विरोधी पक्ष नेता पद मिलना चाहिए. भाजपा बीएमसी में 2017 के चुनाव में दूसरे नंबर की पार्टी होते हुए भी विरोधी पक्ष नेता का पद नहीं लेकर तटस्थ की भूमिका निभाने की बात कही थी. 3 साल बाद बीजेपी को जब यह पद चाहिए तो कानूनी अड़चन बाधा बन गई. पहले बीजेपी दोनों हाथों में लड्डू लेने के फिराक में थी, लेकिन अब कांग्रेस के दोनों हाथों में लड्डू आ गए हैं.

बीजेपी ने कहा जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

भाजपा नगरसेवक और मनपा प्रवक्ता भालचंद्र शिरसाट ने कहा कि हम हाईकोर्ट के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जायेगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मनपा में विरोधी पक्ष नेता पर बैठी हुई है और उसके साथ ही सत्ताधारी शिवसेना के साथ हाथ मिलाकर मुंबई की जनता को लूटने का काम भी कर रही है. महापौर जिसके पद की एक गरिमा है, वह भी भ्रष्टाचार में शामिल हो गई हैं. कांग्रेस शिवसेना के साथ हाथ मिलाकर भ्रष्टाचार में डूब रही है. कांग्रेस मनपा में भ्रष्टाचार करने वालों का साथ देकर  लोगों को मूलभूत सुविधा से दूर रख रही है.

हाईकोर्ट के निर्णय से आम मुंबईकरों के हित में काम करने की हमारी ज़िम्मेदारी बढ़ गई है. विरोधी पक्ष नेता होने के कारण मुंबईकरों की समस्याओं को हम ज़ोरदार तरीके से उठाते रहेंगे. आने वाले समय में समितियों का चुनाव है, सभी विरोधी पक्ष एक साथ मिलकर सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेगी.

-रवि राजा, विरोधी पक्ष नेता, बीएमसी