मुंबई से ज्यादा ठाणे में कोरोना के एक्टिव मरीज

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  • ठाणे ने मुंबई को पछाड़ा
  • जिला प्रशासन-मनपा में समन्वय का अभाव

मुंबई. इस समय मुंबई के उपनगर  में जहां कोरोना मरीजों की संख्या  बढ़ती दिखाई दे रही है, वहीं पड़ोसी ठाणे जिले ने एक्टिव कोरोना मरीज के मामले में मुंबई को पछाड़ दिया है.राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार मुंबई के मुकाबले ठाणे जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या अधिक है.5 जुलाई के आंकड़ों के अनुसार ठाणे जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 28 हजार 508 हो गई, जबकि मुंबई में कोरोना के एक्टिव मरीज 23 हजार 732 बताए जा रहे हैं.इस समय मुंबई में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या मुलुंड,भांडुप जैसे उपनगरों में बढ़ रही है.इसी तरह मुंबई से सटे ठाणे में भी कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

लॉकडाउन के बाद अनलॉक 01 में दी रियायतों का विपरित असर ठाणे जिले पर हुआ है.मुंबई में कोरोना मरीजों के रोजाना ठीक होने का औसत बढ़ा है, जबकि नए मरीज कम हुए हैं, इसके उलट ठाणे जिले में रोजाना ज्यादा मरीजों की पहचान हो रही है.पिछले 10 दिनों में तो ठाणे शहर,कल्याण-डोम्बिवली, मीरा-भायंदर,नवी-मुंबई, भिवंडी और ग्रामीण इलाकों में भी ऐक्टिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है.कल्याण मनपा क्षेत्र में रोजाना 500 से ज्यादा कोरोना के नए मरीजों की पहचान हो रही है.इसी तरह ठाणे,नवी मुंबई,मीरा भायंदर में सैकडों एक्टिव मरीज बढ़ रहे हैं.

जिले में समुचित इलाज का अभाव

ठाणे जिले में अचानक कोरोना के एक्टिव मरीज बढ़ जाने से अस्पतालों और चिकित्सा व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ा है. ठाणे जिले में 6 महानगरपालिका 2 नगरपालिका और ग्रामीण क्षेत्र भी आता है.मनपा क्षेत्रों के साथ ठाणे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त बेड नहीं हैं. इसके अलावा ऑक्सीजन, वेन्टीलेटर्स, डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की भी कमी दिखाई पड़ रही है. पिछले सप्ताह ठाणे के साकेत में एक हजार बेड का अस्पताल शुरू किया गया, परन्तु इस समय वहां मात्र 200 मरीजों के इलाज की सुविधा उपलब्ध हो पाई है. इस कोविड अस्पताल में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों की कमी बताई जा रही है.जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने निजी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों से जिले में बने सरकारी कोविड अस्पतालों में सेवा देने के लिए कहा है.

मरीजों को बेड मिलने में मुश्किलें आ रहीं

गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि कोविड में प्रभावी दवाओं की पर्याप्त खरीद के लिए ठाणे मनपा को कहा गया है.कल्याण के सांसद डॉ श्रीकांत शिंदे के अनुसार कोरोना संक्रमण रोकने के लिए निजी डॉक्टरों का सहयोग जरूरी है.जिले में कोरोना मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों की संख्या काफी कम होने से जिला प्रशासन निजी अस्पतालों पर निर्भर है.निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों को बेड मिलने में मुश्किलें आ रहीं हैं,इसके अलावा निजी अस्पतालों में कोरोना इलाज के लिए ज्यादा बिल वसूले जाने की शिकायत भी मरीजों के परिजन कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि नवी मुंबई को छोड़कर ठाणे जिले के सभी शहरों व ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त इलाज की सुविधाएं नहीं हैं.जिला प्रशासन व नगर निगम अपने अपने तरीके से कोरोना संक्रमण को कम करने का प्रयास कर रहा है,परंतु आपसी समन्वय का अभाव भी नजर आ रहा है.

मौतों का आंकड़ा 1300 के ऊपर पहुंच गया 

ठाणे जिले में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 1300 के ऊपर पहुंच गया है.सोमवार को ठाणे दौरे पर आए विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन के समन्वय के अभाव का मुद्दा उठाया.बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के अनुसार  राज्य के मुकाबले एमएमआर क्षेत्र में मृत्यु दर बढ़ी है.ठाणे जिले में कोरोना की जांच बढ़ाने, नगरपालिका को और निधी व स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता है.