कोरोना को चुनौती दे रहीं मध्य रेल फ्रंट लाइन की महिला कर्मचारी

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मुंबई. कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में भी रेलवे कर्मचारी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं,ऐसे में फ्रंट लाइन पर आकर महिला कर्मचारी भी धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ कार्य कर रही हैं.मध्य रेल की महिला कोरोना योद्धा लोकल ट्रेन के सुचारू संचालन से लेकर,गार्ड,स्टेशन मैनेजर,बुकिंग क्लर्क, टिकट चैकिंग स्टाफ,पाइंटसवुमन, सेनेटाइजिंग कर्मचारी,आरपीएफ, जीआरपी,ओ एच ई, ट्रैक,सिग्नल एवं टेलीकॉम में ड्यूटी कर रहीं हैं. ये सभी क्षेत्र लोगों से सीधे संपर्क में आते हैं.

मुंबई कोरोना के रेड जोन में होने के बावजूद राज्य सरकार के अनुरोध पर,शहर की जीवन रेखा होने के नाते मध्य रेल ने आवश्यक कर्मचारियों के लिए विशेष लोकल ट्रेन चलाना शुरू किया है. 

मोटरवुमन से लेकर पॉइंटवुमन तक ड्यूटी पर तैनात

मध्य रेल की महिला कर्मी मोटरवूमन मनीषा म्हस्के घोरपडे ने पूर्ण सुरक्षा गियर के साथ फेस शील्ड और मास्क पहन कर  हार्बर लाइन पर सीएसएमटी- पनवेल लोकल ट्रेन चला रही हैं. इसी प्रकार मुमताज़ काज़ी भी ठाणे से सीएसएमटी और सीएसएमटी से ठाणे तक लोकल का संचालन अत्यधिक प्रतिबद्धता के साथ किया है.मुमताज़ रेलवे द्वारा दिए गए सुरक्षा उपायों और सुरक्षा गियर्स जैसे फेस शील्ड सैनिटाइज़र, मास्क और दस्ताने से लैस हैं.इसी तरह ठाणे स्टेशन पर डिप्टी एसएस ममता कुलकर्णी, नीता निकाले, भायखला में अनिता, बुकिंग क्लर्क वैभवी सुतार,आरपीएफ की सोनाली नादेश्वरी,दादर में हेड टीसी भाग्यश्री खोपड़े उनकी सहयोगी, ट्रैकवुमेन प्रीति राजे, ऐश्वर्या यादव, द्रक्षा, सिंग्नल असिस्टेंट कविता मयेकर, कुर्ला कारशेड में फिटर उज्वला घाडगे जैसी महिलाएं अपनी जिम्मेदारी निभा रहीं हैं.

बखूबी संभाल रही हैं जिम्मेदारी 

फ्रंटलाइन स्टाफ जैसे लोकल ट्रेन गार्ड, स्टेशन प्रबंधक, बुकिंग क्लर्क,टिकट चेकिंग स्टाफ,आरपीएफ महिला कांस्टेबल,पॉइंटवुमन सफाई अन्य  कर्मचारियों की तरह कोविड-19 को हराने के लिए जिम्मेदारी बखूबी संभाल रही हैं.सभी महिला स्टॉफ ड्यूटी के दौरान यात्रियों से अपनी सुरक्षा के लिए अनिवार्य रूप से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की अपील कर रही हैं.