गोवंडी, मानखुर्द में थम नहीं रहा कोरोना

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– एम-पूर्व वार्ड में अब तक 3101 कोरोना पॉजिटिव

– कोरोना मरीजों के बढ़ने की तीव्रता 1.0 प्रतिशत

मुंबई. मनपा प्रशासन की तरफ से दावा किया जा रहा है कि मुंबई में कोरोना का असर लगातार कम हो रहा है. कोरोना मरीजों की संख्या दो गुना होने की कालावधि बढ़ रही है, लेकिन नए मरीजों की संख्या में खासा असर नहीं दिखाई दे रहा है.उत्तर एवं उत्तर पूर्व मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है.

मनपा का एम-पूर्व वार्ड कोरोना की संख्या के मामले में भले ही तेरहवें स्थान पर है, लेकिन नए मरीजों की संख्या में खासा अंतर देखने को नहीं मिल रहा है.मनपा प्रशासन का दावा है कि एम पूर्व वार्ड इलाके में कोरोना मरीजों के दो गुना होने की कालावधि बढ़ कर 67 दिन हो गई है.मरीजों की संख्या बढ़ने की तीब्रता 1.0 प्रतिशत  है. 

छोटे-छोटे घरों में कई लोग एक साथ रहते हैं

 देवनार डंपिंग ग्राउंड के इर्द गिर्द बसी झोपड़पट्टियों रफी नगर,लोट्स कालोनी, पद्मा नगर, निरंकारी नगर, शांति नगर, मातोश्री नगर,मानखुर्द मंडाला, चिक्खल वाड़ी, कमला नगर, रमन मामा नगर, राम नगर, जनता नगर, भारत नगर, इंदिरा नगर, आदर्श नगर व आस पास के इलाकों में गरीब व माध्यम दर्जे के लोग रहते हैं.जो मेहनत मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं.चिता कैंप, वाशी नाका, महाराष्ट्र नगर आदि इलाकों में मिली जुली आबादी है.अप्रैल महीने में जब मुंबई में कोरोना के इने गिने मरीज मिल रहे थे,तभी यह इलाका हॉट स्पॉट बन कर उभरा था. छोटे-छोटे घरों में कई लोग एक साथ रहते हैं. जिसकी वजह से फिजिकल एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल है.रमजान के महीने में इस इलाके का कई भीड़ भाड़ वाला फोटो एवं वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था.लॉक डाउन का अनुपालन करने को लेकर स्थानीय लोगों एवं पुलिस के बीच झड़प की खबरें भी आती रही हैं. लेकिन मजदूरों को गांव जाने की अनुमति मिलने के बाद इस इलाके से बहुत बड़े पैमाने पर लोगों का पलायन शुरु हुआ, जिसकी वजह से नए मरीजों की संख्या तेजी से घटी, लेकिन मरीजों के मिलने का सिलसिला अनवरत जारी है.

फुटपाथ पर सामानों के ठेले लग रहे 

 मुंबई महानगर पालिका क्षेत्र में लॉकडाउन शिथिल होने के बाद लोगों की आवाजाही बढ़ गयी है.मनपा की तरफ से अभी तक फेरीवालों को फुटपाथ पर व्यवसाय की अनुमति नहीं मिली है फिर भी शिवाजी नगर ,गोवंडी इलाके सब्जी, फल व दूसरे सामानों के ठेले लग रहे हैं.इसका असर कोरोना संक्रमण पर पड़ रहा है. पिछले 11 जून को एम पूर्व वार्ड में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 2577 थी, जो 18 जून को बढ़ कर 2818 हो गई और 22 जून को वार्ड में 2883 मरीज थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़ कर 3101हो गई है. वार्ड में हर रोज 36 से 45 मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है.एम पूर्व वार्ड में अब तक मिले  3101 कोरोना मरीजों में से 1695 ठीक हो चुके हैं जबकि 1201का इलाज चल रहा है.कोरोना से 205 व्यक्तियों की मौत हुई है.मरीजों के बढ़ने का दर 1.0 प्रतिशत है.

नहीं हो रही जांच

शासन एवं प्रशासन कोरोना को कंट्रोल करने की बजाय जांच को नियंत्रित किया जा रहा है.जब जांच ही नहीं होगी तो मरीज बढ़ने का सवाल ही नहीं उठता है.लेकिन इस तरह कोरोना के खिलाफ जंग नहीं जीती जा सकती है.शिवाजीनगर,गोवंडी में स्वास्थ्य सेवा एवं नागरी सेवा बेहतर करने की जरुरत है.  -किरीट सोमैया, पूर्व सांसद

लोगों में नहीं है डर

शिवाजीनगर, गोवंडी व आस पास के क्षेत्र के लोगों में कोरोना का बिल्कुल डर नहीं है. लोग बेधड़क लोगों से मिल जुल रहे हैं.जिस तरह लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी उससे लग रहा था कि यहां मरीजों की संख्या लाख से ऊपर पहुंच जाएगी. यह  माना जा रहा है कि यहां कोरोना है ही नहीं. – अल्ताफ काजी, नेता, कांग्रेस

कंट्रोल में है कोरोना

शिवाजीनगर, गोवंडी एवं आस पास के इलाकों में कोरोना कंट्रोल में है. संक्रमण को रोकने के लिए सेनेटाइजेशन करवाया गया, अतिरिक्त शौचालयों का निर्माण करवाया गया. कोरोना रोकने लिए सभी को एहतियात बरतने की जरुरत है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरुरी है.

रुक्साना सिद्दीकी, नगरसेविका

संयुक्त प्रयास की जरुरत

मनपा के एम पूर्व वार्ड में गरीब वर्ग के लोग अधिक रहते हैं इसकी वजह से इस तरफ जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी दोनों ध्यान नहीं देते हैं. कोरोना रोकने को लेकर संयुक्त प्रयास की जरुरत है. सामाजिक संस्थाएं अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं. महामारी से बचने के लिए लोगों को एहतियात बरतने की जरुरत है.सोशल डिस्टेंसिंग को अपनाना बहुत जरुरी है.– वजीर कादरी, सामाजिक कार्यकर्ता