कोरोना अस्पताल का चोर पकड़ा गया

  • लूट और चोरी समेत 30 आपराधिक मामले दर्ज
  • 16 मामलों में हुई सजा

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मुंबई. क्राइम ब्रांच ने अस्पतालों में भर्ती कोरोना के वृद्ध मरीजों और उनके रिश्तेदारों के कीमती सामान और पैसे की चोरी करने वाले एक शातिर चोर को गिरफ्तार किया है. उस पर लूट और चोरी समेत 30 आपराधिक मामले दर्ज हैं और इनमें से 16 मामलों में सजा भी हुई है. उसके पास से 2 आटो रिक्शा, 5 मोबाइल और नकदी बरामद हुई है.

नामी प्राइवेट अस्पताल में चोरी

पुलिस उपायुक्त (क्राइम) अकबर पठान ने बताया कि 4 अक्टूबर को मालाड (पूर्व) के नामी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती वृद्ध कोरोना मरीज के रिश्तेदार का अस्पताल के वेटिंग रूम से 80 हजार रुपए और मोबाइल समेत बैग चोरी हो गया. इस घटना से अस्पताल में हड़कंप मच गया. वृद्ध मरीज के रिश्तेदार ने दिंडोशी पुलिस स्टेशन में चोरी की शिकायत दर्ज करवायी.

जोगेश्वरी से हुआ ट्रेस

इस मामले की जांच संयुक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम) मिलिंद भारंबे और पुलिस उपायुक्त अकबर पठान के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच यूनिट-12 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक महेश तावडे, सहायक पुलिस निरीक्षक विक्रम कदम, अतुल अव्हाड और पुलिस नाइक अमोल राणे की टीम ने जांच शुरू की. मालाड के अस्पताल के आस-पास के सीसीटीवी को खंगाला, एक सीसीटीवी में आटो रिक्शा से जाते हुए संदिग्ध दिखायी दिया. पुलिस ने उसे जोगेश्वरी इलाके से ट्रेस कर गिरफ्तार किया. उसकी पहचान आसिफ इद्रीस पठान (30) के रूप में हुई.

चोरी के लिए आटो रिक्शा से रेकी

पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह चोरी के लिए आटो रिक्शा से शहर के विभिन्न इलाकों घूम कर चोरी की रेकी करता था. वह प्राइवेट अस्पतालों में जाता था और सुरक्षाकर्मियों लापरवाही का फायदा उठा कर अस्पताल में घुस जाता था. वह मरीजों और उनके रिश्तेदार के पैसे और कीमती सामान लेकर फरार हो जाता था. उसके पास से 2 चोरी का रिक्शा बरामद हुआ है.