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  • लॉकडाउन में ढील का साइड इफेक्ट
  • झोपड़पट्टियों की बजाय अब बिल्डिंगों में दिख रहा वायरस का प्रभाव

मुंबई. मनपा प्रशासन की तरफ से दावा किया गया है कि मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या दोगुना होने की अवधि बढ़ कर 41 दिन हो गयी है, लेकिन उपनगरों में स्थिति अलग है.उत्तर मुंबई के अलावा उत्तर पूर्व मुंबई में भी कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है.दहिसर, बोरिवली मुलुंड एवं भांडुप के अलावा मनपा के आर दक्षिण यानी कि कांदिवली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार मुंबई के दूसरे इलाकों से अधिक है.कांदिवली में 2.6 प्रतिशत की तीव्रता से कोरोना का संक्रमण हो रहा है जिससे मरीजों की संख्या दोगुना होने की कालावधि 28 दिन हो गयी है.

 कोरोना के शुरुआती दौर में वरली, प्रभादेवी, भायखला, गोवंडी शिवाजीनगर में प्रभाव तेज था,बाद में धारावी एवं अंटापहिल में जोर पकड़ा लेकिन अब लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद उपनगरों में कोरोना का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है.

लगातार बढ़ रही है मरीजों की संख्या

  मनपा के आर दक्षिण वार्ड में 17 जून को कोरोना पॉजिटिव की संख्या 2032 थी, जो 24 जून को बढ़ कर 2424 हो गयी.अब यह संख्या बढ़ कर 2997 हो गयी है.जिसमें से 1718 मरीज ठीक हो गए हैं जबकि 1199 का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है.वायरस संक्रमण की तीव्रता के मामले में आर दक्षिण वार्ड का चौथा नंबर है. मनपा प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मुंबई में कोरोना का प्रभाव तेजी से कम हो रहा है.एच पूर्व  वार्ड में मरीजों के दोगुना की अवधि बढ़ कर 133 दिन हो गयी है.संक्रमण की तीव्रता सिर्फ 0.5 प्रतिशत है. एफ उत्तर में 87 दिन हो गयी है.शिवाजीनगर गोवंडी में भी कोरोना कंट्रोल में है.यहां मरीजों की संख्या दोगुना होने का समय बढ़ कर 67 दिन हो गया है.

सोसायटियों में संक्रमण बढ़ा

  कांदिवली के में रहने वाले बीजेपी पदाधिकारी चुन्नीलाल का मानना है कि झोपड़पट्टियों में रहने वाले ज्यादातर लोग गांव चले गए हैं जिसकी वजह से कोरोना कंट्रोल में है अन्यथा स्थिति और विस्फोटक हो सकती थी.कांदिवली पूर्व इलाके में रहने वाले कांग्रेस के पूर्व नगरसेवक रामाशीष गुप्ता  का कहना है कि लोगों में कोरोना का डर समा गया है.झोपड़पट्टी में कोरोना का प्रभाव कम हो रहा है, लेकिन सोसायटियों में संक्रमण बढ़ा है. 

प्रशासन की वजह से परेशानी

मनपा प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से कोरोना बढ़ रहा है. अधिकारी कोरोना को अवसर के रूप में देख रहे हैं. मरीजों को अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है यह वस्तुस्थिति है.कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर व्यक्तिगत स्तर पर लोगों से सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है.व्यक्तिगत प्रयास की वजह से हमारे वार्ड क्रमांक 31 में कोरोना कंट्रोल में है. – कमलेश यादव, नगरसेवक

नहीं हो रही है जांच

मनपा प्रशासन की तरफ से जो आंकड़े दिए जा रहे हैं कोरोना पॉजिटिव की संख्या उससे बहुत अधिक है.जांच उस पैमाने पर नहीं हो रही है जितनी जरूरत है. जो मरीज मिल रहे हैं वे इमारतों में रहने वाले हैं. झोपड़पट्टी में रहने वालों की जांच नहीं हो रही है वे घर में रहकर ही ठीक हो जा रहे हैं.जब सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाती है तभी अस्पताल जा रहे हैं. – दीपक (बाला) तावड़े, नगरसेवक

कंट्रोल में है कोरोना

शुरू में हमारे वार्ड के अंबेडकर नगर, नूरुद्दीन चाल, दीनदयाल उपाध्याय नगर, के अलावा बिहारी टेकड़ी, महेंद्र झा चाल, मिस्त्री चाल, नजीर चाल में वायरस का प्रभाव था लेकिन अब कोरोना पूरी तरह कंट्रोल में है. – शिवकुमार झा, नगरसेवक

सतर्क रहने की जरुरत

लॉकडाउन शिथिल होने के बाद लोगों की आवाजाही बढ़ी है.ऐसे में सतर्कता बरतने से ही कोरोना से बचा जा सकता है.हमारे इलाके में हनुमान नगर, नरसी पाड़ा, दामू नगर को कंटेंटमेंट जोन घोषित किया गया है.सभी को बेसिक प्रोटोकॉल का पालन करना जरुरी है.

– राजपति यादव, पूर्व नगरसेवक