Yerawada Central Jail
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    मुंबई. मुंबई (Mumbai) सहित महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Corona) ने हाहाकार मचा दिया है। महाराष्ट्र की 46 जेल (Jail) भी इससे अछूती नहीं है। इन जेलों में कोरोना बम फूट गया है। जेलों में बंद 197 कैदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव (Corona Report Positive) आई है और उनके संपर्क में आने वाले 94 जेल कर्मचारी भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इतना ही नहीं कोरोना संक्रमित कैदियों के संपर्क में रहे दर्जनों कैदियों को आइसोलेट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां पर तमाम कैदियों के साथ ही उनकी देखभाल करने वाला जेल का स्टाफ भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। कैदियों में कोरोना तेजी से फैल रहा है, कोरोना से संक्रमित होने वाले कैदियों और स्टाफ की संख्या में खासी तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

    2006 मुंबई सीरियल ट्रेन धमाकों का दोषी 51 वर्षीय कमाल अहमद मोहम्मद वक़ील अंसारी की नागपुर सेंट्रल जेल में कोविड-19 के संक्रमण के बाद मृत्यु हो गई। अंसारी की मृत्यु नागपुर के सरकारी अस्पताल में सोमवार को हुई है। अस्पताल में भर्ती होने के 10 दिनों के बाद वह वेंटिलेटर पर था।

    येरवडा जेल में सबसे ज्यादा 36 कोरोना पॉजिटिव कैदी 

    पुणे की येरवडा जेल में इस वक्त सबसे ज्यादा 36 कोरोना पॉजिटिव कैदी है, जबकि कैदियों की सुरक्षा में जुड़े 14 जेल स्टाफ पॉजिटिव है। वहीं इस जेल में 2 कैदी और 1 जेल स्टाफ की मौत हो चुकी है। जेल में मृत्यु के आंकड़ों पर गौर करें तो जेल में कोरोना संक्रमण से अब तक 7 कैदियों और 8 जेल स्टॉफ की कोरोना की वजह से मौत हो गयी है। इसी तरह मुम्बई से सटे कल्याण आधारवाडी जेल में 31 कैदी और 1 जेल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव है। इनमे से कई कैदियों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। 

    आर्थर रोड जेल में 2 कैदी और 4 जेल स्टाफ कोरोना संक्रमित 

    ठाणे जेल में 21 कैदी और 3 जेल स्टॉफ कोरोना पीड़ित है, जबकि सचिन वजे जिस नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद है, वहां सिर्फ 3 जेल स्टॉफ कोरोना पीड़ित है। महाराष्ट्र की कोल्हापुर जेल में भी इस वक्त 28 कैदी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, जबकि नाशिक जेल में 15 कैदी और 11 जेल स्टाफ कोरोना संक्रमण से ग्रसित है। इन सब के अलावा मुम्बई की अंडर ट्रायल जेल आर्थर रोड जेल की बात की जाए तो यहाँ  2 कैदी और 4 जेल स्टाफ कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जेल अधिकारियों ने कहा था कि महामारी के प्रकोप के बाद से कारागार विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है।अपने कर्मचारियों को निर्देश दिया हुआ है कि वे न केवल स्वच्छता और सामाजिक दूरी बनाए रखें, बल्कि जेलों में कैदियों के बीच संक्रमण के बारे में जागरूकता फैलाएं।