कोरोना वारियर ग्रेसी ने दी कोरोना को मात

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मुंबई. अस्पतालों में मरीजों की सेवा करने वाले डॉक्टर, नर्स और स्टाफ भी संक्रमित हो जाते हैं. ये कोरोना वारियर्स कोरोना से लड़कर कोरोना विजेता भी बन जाते हैं. ग्रेसी चेची को भी कोरोना संक्रमण हो गया था, लेकिन उन्हें भी इस बात की जानकारी नहीं है कि संक्रमण कहां और कैसे हुआ? एसआर मेहता हॉस्पिटल की नर्स इंचार्ज ग्रेसी को कई दिनों से बुखार आ रहा था. 6 जून को उन्हें मेहता हॉस्पिटल में एडमिट किया गया और उसी दिन स्वैब लिया गया. स्वैब फड़के लैब में टेस्ट के लिए भेजा गया. 7 जून को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. 

ड्यूटी ज्वाइन कर ली 

हॉस्पिटल में डॉ. अमिताभ केनी ने उनका बेहतर इलाज किया, उन्हें  दवाइयां और विटामिंस दिए गए. स्टाफ की होने के कारण उन्हें भी कोई चार्ज नहीं देना पड़ा और सारा इलाज नि:शुल्क हुआ. ग्रेसी ने कहा कि हॉस्पिटल का खान-पान अच्छा था और सिस्टर हमेशा देखभाल करती थीं. 13 जून को ग्रेसी डिस्चार्ज होकर घर आ गई हैं. होम क्वारंटाइन अवधि भी उन्होंने पूरी कर ली है और एक बार फिर नए उत्साह के साथ ड्यूटी ज्वाइन कर ली हैं. उन्होंने हॉस्पिटल में सहयोग करने वाले सभी सीनियर और अन्य साथियों को शुक्रिया अदा किया है. 

 2 मीटर की दूरी अवश्य बनाकर रहें

ग्रेसी ने कहा कि हमें मामूली बुखार आ रहा था, लेकिन शंका होने पर मैंने टेस्ट कराना उचित समझा. ग्रेसी का कहना है कि लोग जरूरत के बिना बाहर ना निकलें और इन्फेक्शन से बचने के लिए 2 मीटर की दूरी अवश्य बनाकर रहें, मास्क पहनें और सरकार द्वारा बताए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें, तभी हम सब कोरोना से लड़ सकते हैं, जहां भी जाएं, सैनिटाइजर का भी प्रयोग करें.