antigen test for employees who are not yet vaccinated, Maharashtra government has given permission
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मुंबई.  कोरोना जांच के लिए स्वाब के जरिए किए जा रहे टेस्ट से अब छुटकारा मिल सकता है. बीएमसी ने अब आवाज के माध्यम से कोरोना जांच करने का निर्णय लिया है. इस टेस्ट की शुरुआत 11 अगस्त से गोरेगांव में स्थित नेस्को कोविड सेंटर से होगी. अब तक बीएमसी कोरोना टेस्टिंग के लिए स्वाब टेस्ट, एंटीजन टेस्ट या फिर ऐंटिबॉडी टेस्ट करती है.  इसके बाद आवाज के माध्यम से टेस्ट शुरु करने से कोरोना योद्धाओं के संक्रमित होने का खतरा कम हो जाएगा. आवाज के जरिए मरीज पॉजिटिव या निगेटिव है, यह पता लगाया जा सकेगा. 

बीएमसी के अतिरिक्त कमिश्नर सुरेश काकानी के अनुसार,  11अगस्त से  नेस्को जंबो सेंटर में 1 हजार मरीजों के आवाज के नमूने जमा किए जाएंगे. धीरे-धीरे इस तकनीक का प्रयोग अन्य कोविड सेंटर में भी किया जाएगा. व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं 30 मिनट में पता लगाया जा सकेगा. जांच में संक्रमित होने का पता चलने के बाद संबंधित व्यक्ति का आरटीपीसआर जांच कर संक्रमण की पुष्टि की जाएगी. 

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के फेफड़े के टिश्यू और स्नायु तंत्र पर गहरा प्रभाव पड़ता है. स्नायु तंत्र में सूजन आ जाती है जिससे आवाज में बदलाव आ जाता है.