FILE- PHOTO
FILE- PHOTO

  • 14 दिन न्यायिक हिरासत में भेजे गए

Loading

मुंबई. पिछले कुछ समय में सरकार जीएसटी फ्रॉड (GST Fraud) को लेकर गंभीर हो गई है और धोखाधड़ी करने वालों की तलाश तेज कर दी है। डायरेक्टरोट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने पिछले तीन हफ्तों में ही देश भर में की गई कार्रवाई के दौरान टैक्स क्रेडिट फ्रॉड (Tax credit fraud) के 1161 मामले पकड़े हैं। इन मामलों से जुड़े 104 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह जानकारी ऑफिसियल सोर्सेज के हवाले से मिली है। इसके अलावा पूरी कार्रवाई के दौरान देश भर में जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाली 3479 फर्जी कंपनियों का भी पता चला है।

इसी कार्यवाई के दौरान मुंबई (पश्चिम) जीएसटी जांच टीम ने मैसर्स सी.पी. पांडे एंड एसोसिएट्स के पार्टनर चंद्रप्रकाश पांडे को गिरफ्तार किया है। पांडेय को 10.63 करोड़ (लगभग) के जिसका टर्न ओवर 59.10 करोड़ के जीएसटी से जुड़े फर्जी इनवॉइस बनाकर टैक्स क्रेडिट के फर्जी चालान जारी करने और मुनाफा कमाने के उदेश्य से इनवॉइस को पास करने के मामले में लिप्त पाए जाने पर उनको गिरफ्तार किया गया है। 

मुंबई पश्चिम जीएसटी कमिश्नरेट (Mumbai West GST Commissionerate) अधिकारियों द्वारा इकट्ठा की गई खुफिया जानकारी के आधार पर यह पता चला कि पी.पी.  पांडे, सीए और पार्टनर ने अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई कंपनियां बनाई हैं जो फर्जी चालान बनाकर टैक्स फ्राड कर रहे थे. 

शुरुआती जांच ने एक ही परिसर में लगभग 50 कंपनियों के रजिस्ट्रेशन होने की जानकारी का खुलासा हुआ है जो परिपत्र व्यापार की धोखाधड़ी गतिविधि में शामिल है.

इसी मामले में चंद्रकांत पांडेय को 10 दिसंबर, 2020 को गिरफ्तार किया गया और 11 दिसंबर, 2020 को मजिस्ट्रेट कोर्ट मुंबई के सामने पेश किया गया, जहां 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और आगे की जांच जारी है।