- टाटा, अदानी सहित 43 कंपनियों ने मेकओवर में दिखाई दिलचस्पी
मुंबई. छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) स्टेशन के मेकओवर का काम आगे बढ़ा है. मध्य रेलवे ने बताया है कि इस सिलसिले में नीति आयोग और रेलवे बोर्ड के आला अधिकारियों डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से सीएसएमटी स्टेशन रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट की प्री-बिड बैठक बुलाई. बता दें कि भारत भर में रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास रेल मंत्रालय, भारत सरकार का एक प्राथमिकता का एजेंडा है जो पीपीपी मॉडल के तहत निजी प्लेअर्स की भागीदारी के साथ सरकार द्वारा पूरी ताकत से चलाया जा रहा है.
मध्य रेल की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, शुक्रवार को आयोजित प्री-बिड बैठक को उद्योग जगत से अच्छा प्रतिसाद मिला और डेवलपर्स, फंड हाउसेस ने इसमें बहुत रुचि दिखाई है. प्री-बिड मीटिंग में लगभग 43 भावी बिडर्स ने भाग लिया, जिनमें अदानी समूह, टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, एल्डेको, जीएमआर ग्रुप, जेकेबी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ,एसएनसीएफ हब एंड कनेक्शंस, आई स्क्वेयर कैपिटल, कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड, ऐस अर्बन डेवलपर्स, जीआर इन्फ्रास्ट्रक्चर, एस्सेल ग्रुप, लार्सन एंड टुब्रो और आर्किटेक्ट्स में बीडीपी सिंगापुर, हफीज़ कॉन्ट्रैक्टर, फंड हाउसों में एंकोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड, ब्रुकफील्ड और कंसल्टेंसी फर्मों जैसे कि जेएलएल, बोस्टन कंसल्टेंसी ग्रुप, केपीएमजी, पीडब्ल्यूसी इंडिया, ईवाई और ब्रिटिश उच्चायोग ने दिलचस्पी दिखाई.
सीएसएमटी एक ऐतिहासिक धरोहर स्थल
सीएसएमटी एक ऐतिहासिक और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है जो मुंबई शहर के केंद्र में स्थित है. 1642 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले रीडेवलपमेंट का प्रोजेक्ट, प्रधानमंत्री के विज़न के अनुसार, इस रेलवे स्टेशन को मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाने के लिए विभिन्न तरीकों का एकीकरण करती है. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद, सीएसएमटी रेलवे स्टेशन एक सिटी सेंटर रेल मॉल की तरह काम करेगा, जहाँ एक यात्री की परिवहन आवश्यकताओं के अलावा, उसकी दैनिक ज़रूरतें भी पूरी होंगी और वे रिटेल, एफ एंड बी, एंटरटेनमेंट, सौवेनिर शॉपिंग आदि कर सकेंगे. इसका उद्देश्य यह है कि उनकी अधिकांश दैनिक आवश्यकताओं को रेलवे स्टेशन पर जाकर पूरा किया जाता है और इस प्रकार शहर के भीतर अनावश्यक यात्रा से बचा जाता है.
मेकओवर हो जाने के बाद यह टर्मिनस यात्रियों को आसान आवागमन के साथ साथ हार्बर लाइन, लंबी दूरी की ट्रेनें, मेट्रो रेल और वाणिज्यिक विकास के बीच एक सेतु का काम करेगा और हेरिटेज संरचना का आनंद देने के साथ साथ पैसेंजर की भीड़ को कम करने में मदद करेगा.इस मेकओवर के तहत लास्ट माइल कनेक्टिविटी को एकीकृत करने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे,ताकि यात्रियों को एंड-टू-एंड समाधान प्रदान किया जा सके. सीएसएटी मेकओवर की अवधि 4 साल है. – शिवाजी सुतार, मुख्य प्रवक्ता, मध्य रेल