कोरोना ड्यूटी में लगे डॉक्टर के फोन और लैपटॉप गायब

  • हॉस्टल में सुरक्षा को लेकर उठे सवाल

Loading

सूरज पांडे

मुंबई. एक ओर केईएम अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के निवासी डॉक्टर दिन-रात कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे है, वहीं दूसरी ओर कॉलेज के हॉस्टल से डॉक्टरों के महंगे फोन और लैपटॉप गायब हो रहे हैं. डॉक्टरों ने सुरक्षा को लेकर कई बार अस्पताल प्रशासन को चेताया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.

परेल स्थित केईएम अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में नवंबर महीने में हॉस्टल से 3 चोरी की वारदातें सामने आई हैं. पहली घटना 2 नवंबर को घटी. हॉस्टल के रूम नंबर 26 से एक निवासी डॉक्टर का फ़ोन चुरा लिया गया. उसके बाद 11 और 12 नवंबर को  30 और 321 रूम नंबर से डेल और एप्पल का लैपटॉप चुरा लिया गया. नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मैं ड्यूटी पर था जब मेरे कमरे से लैपटॉप चुराया गया. मैं पिछले एक वर्ष से अपनी थीसिस का काम लैपटॉप में ही कर रहा था. अब लैपटॉप चोरी होने के साथ-साथ मेरी मेहनत भी चोरी हो गई. अब मैं बोर्ड में क्या सबमिट करूंगा?.

सीसीटीवी भी बंद

दूसरे निवासी डॉक्टर ने बताया कि जितनी भी चोरियां हुई हैं सब डॉक्टरों की अनुपस्थिति में हुई. केईएम मार्ड के अध्यक्ष डॉ. अरुण घुले ने बताया कि हॉस्टल में डिलीवरी बॉय, टिफ़िन लेकर बाहर से लोग आते हैं. सुरक्षा को लेकर काफी सुस्त रवैया रहा है. सीसीटीवी कैमरे लगे तो हैं, लेकिन वो भी बंद पड़े है. एक वरिष्ठ डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सुरक्षा को लेकर खामियां सामने आने के बाद भी अस्पताल प्रशासन का सुस्त रवैया हेरात में डालने वाला है. कल को कोई भी अंजान व्यक्ति हॉस्टल में आएगा कुछ भी करके जाएगा और हम बस पुलिस स्टेशनों के चक्कर काटते रह जाएंगे. इस संदर्भ में केईएम अस्पताल के डीन डॉ. हेमंत देशमुख से जब संपर्क साधा गया, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. डॉक्टरों ने भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है.