बीमा कवच नहीं मिलने से डॉक्टर नाराज

Loading

  •  मनसे प्रमुख राज ठाकरे से की मुलाकात 
  • कोरोना से अब तक 147 डॉक्टरों की मौत

मुंबई. सरकार ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डालने वाले निजी डॉक्टरों को बीमा कवच देने से इंकार कर दिया है. जिससे उनमें नाराजगी व्याप्त है. डॉक्टरों ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से उनके कृष्ण कुंज स्थित आवास पर मुलाकात कर उन्हें अपनी व्यथा बतायी है.

डॉक्टरों की तरफ से कहा गया है कि कोरोना संकट में डॉक्टर अपनी जान की परवाह किये बगैर दिन- रात सेवा कर रहे हैं. इस संकट में ढाई लाख से अधिक डॉक्टर काम कर रहे हैं.लेकिन सरकार ने बीमा कवच देने से मना कर दिया है. डॉक्टरों ने मनसे प्रमुख को बताया कि कोरोना काल में सरकार ने क्लीनिक खोलने के लिए मजबूर किया.लेकिन कोरोना की वजह से मृत डॉक्टरों को बीमा से इंकार किया जा रहा है.अब तक 147 डॉक्टरों की मृत्यु कोरोना की वजह से हुई है. 

स्टेटमेंट से हम सभी आहत 

मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात के बाद एक डॉक्टर ने बताया कि कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे एक डॉक्टर की मौत 7 जून को हुई थी. बीमा राशि के लिए आवेदन किया गया. 7 सितंबर को उत्तर मिला कि आपका डॉक्टर निजी क्लीनिक चलाता था, इस वजह से बीमा का लाभ नहीं मिलेगा. डॉक्टर खुद के निजी दवाखाना में काम कर रहे थे और उनका कोविड से कोई संबंध नहीं था.बहुत ही क्रूर स्टेटमेंट से हम सभी आहत हैं. इसलिए कोई रास्ता तलाशने के लिए हम सभी राज ठाकरे के पास आए थे.