सीएसएमटी की हेरिटेज इमारत में ड्रोन से लिकेज की खोज

  • पहली बार विशाल डोम की जेट क्लीनिंग

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मुंबई. देश के सबसे पहले और ऐतिहासिक सीएसएमटी रेलवे स्टेशन के मुख्य हेरिटेज इमारत की ‘जेट क्लीनिंग’ की जा रही है. लॉकडाउन के दौरान जब इस हेरिटेज इमारत में अधिकांश कार्यालय बंद थे, तब इसका फायदा उठाते हुए डोम में लिकेज का पता लगाने का मुश्किल काम शुरू किया गया. 

हेरिटेज इमारतों की दुरुस्ती करने वाले तज्ञ आर्किटेक्ट की मदद से मुख्य इमारत में बरसात के दौरान होने वाले लिकेज का पता लगाया जा रहा है. वर्ष 1888 में बनी लगभग 132 साल पुरानी इस भव्य इमारत के विशाल डोम में लीकेज को ढूढ़ने के लिए पहले ड्रोन का सहारा लिया गया. हालांकि अभी तक लिकेज कहां से हो रहा है, इसका ठीक से पता नहीं चल पाया है. 

डोम की साफ-सफाई की गई

इमारत के विशाल डोम की मरम्मत कर रहे एजाज अहमद मिस्त्री ने बताया कि जेट मशीन द्वारा डोम की साफ-सफाई की गई है. शायद पहली बार इस तरह डोम की साफ-सफाई की जा रही है. पेंटिंग का काम भी जारी है. बताया गया कि लिकेज ढूढ़ने के लिए स्टोन लेयर का पता लगाया जा रहा है. सूंदर नक्कासी वाली सीएसएमटी की भव्य इमारत देश की हेरिटेज वास्तुओं में शामिल है.

राजस्थान से मिस्त्री बुलाए गए थे

मध्य रेलवे के सीपीआरओ शिवाजी सुतार ने कहा कि कोरोनाकाल की आपदा को अवसर में बदलते हुए रेलवे में अनेक कार्य किए गए, जिनमें सीएसएमटी की हेरिटेज इमारत भी शामिल है. इसके लिए राजस्थान से मिस्त्री बुलाए गए थे. सीपीआरओ सुतार ने कहा कि इमारत के डोम की दुरुस्ती और रंगरोगन का काम जनवरी तक पूरा हो जाएगा.