मुंबई. मुंबई (Mumbai) में मच्छरों के कुछ ऐसे ब्रीडिंग स्पॉट्स है जहां महानगरपालिका (Municipal Corporation) के कर्मचारी (Employees) भी नहीं पहुँच पाते हैं। ऐसे में इस समस्या से निपटने और मच्छरों के खात्मा करने के लिए महानगरपालिका अब ड्रोन (Drones) का सहारा लेगी। ड्रोन की मदद से महानगरपालिका अब मच्छरों (Mosquitoes) के ब्रीडिंग स्पॉट (Breeding Spots) (प्रजन्न स्थल) को नष्ट करेगी। शनिवार को राज्य के पर्यटन एंव पर्यावरण मंत्री ने वर्ली में इसका उद्घाटन किया।
मुंबई में मच्छरों के चलते मुंबईकरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मच्छरों के कारण हर वर्ष डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों से सैंकड़ों लोग ग्रसित होते हैं जबकि कुछ लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ती है। ऐसे में मच्छरों के खात्मे के लिए महानगरपालिका द्वारा फोगिंग और दवाई छिड़कने का कार्य किया जाता है, लेकिन कुछ जगह ऐसे हैं जहां महानगरपालिका के कर्मचारी नहीं पहुँच पाते हैं। ऐसे में ड्रोन से दवाई छिड़का जाएगा।
महानगरपालिका के कीटनाशक विभाग के प्रमुख राजेंद्र नरिंग्रेकर ने बताया कि ‘जी साउथ’ वार्ड में कई बंद मील हैं। इसके अलावा रेलवे यार्ड हैं जो कि काफी ऊँचाई पर हैं। क्षेत्र में कुल 114 कैनाल हैं, जिसमें से बारिश का पानी बह कर नीचे जाता है। अब इन कैनाल तक पहुंचना या मिल के छत तक पहुंचाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसमें कर्मचारी के जान को भी खतरा बना रहता है, इसलिए हमने अब इस समस्या को सुलझाने के लिए ड्रोन का सहारा लेंगे। ड्रोन में लगे कैमरे की मदद से हम ब्रीडिंग स्पॉट्स देख पाएंगे और फिर ड्रोन के जरिए ही दवाई छिड़केंगे।