क्वारंटाइन सेंटर में काम करता था ड्रग्स सप्लायर

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  • एनसीबी ने 2 किलो चरस के साथ किया था गिरफ्तार

भायंदर. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा ड्रग्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार अविनाश सिंह भायंदर के मध्यवर्ती क्वारंटाइन सेंटर में काम करता था. इसी  सेंटर में गत दिनों एक महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इस खुलासे के बाद ठेका कर्मियों के करेक्टर का पुलिस वेरिफिकेशन कराना जरूरी हो गया है.

उल्लेखनीय है कि बीते 17 सितंबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (मुंबई) की टीम ने भायंदर पूर्व में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास से ड्रग सप्लायर  अविनाश सिंह और श्रवण गुप्ता को 2 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया था.दोनों नालासोपारा के रहने वाले हैं.अविनाश जुलाई से ही क्वारंटाइन सेंटर में बतौर हाउस कीपर काम करता था.

गिरफ्तारी के एक दिन पहले वह ड्यूटी पर था.वह भाजपा से जुड़े ठेकेदार की हाउस कीपिंग एजेंसी से जुड़ा हुआ था.  विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा कि पहले भाजपा के पूर्व नगरसेवक का भतीजा,फिर भाजपा नेता बलात्कर के आरोप में गिरफ्तार हुआ.अब भाजपा से जुड़े ठेकेदार का कर्मचारी ड्रग्स तस्करी में पकड़ा गया है.क्या यही भाजपा का चाल,चरित्र,चेहरा है?

 नहीं बंद हुआ नशे का कारोबार 

मीरा रोड स्टेशन पर शान्तिनगर पुलिस चौकी के पास चल रहा नशे का गोरखधंधा आज तक बंद नहीं हुआ. नशे के अड्डे को मनपा ने नवभारत में खबर छपते ही उजाड़ दिया था. नशा कारोबारी अब भी रात में गुटखा, सिगरेट और शराब की अवैध बिक्री करता है, जबकि इससे नयानगर थाने के पीआई, कंट्रोल रूम और एसपी को अवगत कराया जा चुका है.इस बीच एनसीबी मुंबई 2 किलो चरस के साथ 2 लोगों को नवघर थाने की हद से और लोकल क्राइम ब्रांच  55 ग्राम एमडी के साथ दो लोगों को नयानगर थाने की हद से पकड़ने में कामयाब रही. लोगों का सवाल है कि नशे का खुलेआम कारोबार चल रहा है. आखिर सिटी पुलिस करती क्या है ?