मुंबई. बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोनी (Actress Sunny Leoni) की कार (Car) का रजिस्ट्रेशन नंबर (Registration number) इस्तेमाल अपनी कार पर करने वाले कल्याण (Kalyan) के बिजनेसमैन पीयूष सेन (Businessman Piyush Sen) को भारी पड़ा। पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया है।
वह काफी समय से अपनी कर पर लियोन के कार का रजिस्ट्रेशन नंबर इस्तेमाल कर रहा था। उसके ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) को तोड़ने पर बार-बार ई-चालान (E-Challan) लेयोन को मिल रहा था। इसके बाद लेयोन के पति डेनियल ने मुंबई पुलिस से शिकायत की।
5 महीने बाद खुला राज
मुंबई ट्रैफिक विभाग के डीसीपी ने बताया कि सनी लियोनी को सितंबर 2020 से कई बार ट्रैफिक नियमों का पालन न करने को लेकर ई-चालान जारी किए गए थे, जिसके बाद सनी लियोनी का जवाब आया कि वह उस समय वह वहां नहीं थी, जहां का ई-चालान उन्हें दिया गया है। इसके बाद सनी के पति डेनियल वेबर के मैनेजर ने इसकी शिकायत जुहू पुलिस स्टेशन और वर्ली ट्रैफिक विभाग में की थी। पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
वर्सोवा में पकड़ी गयी कार
सनी लियोनी के गाड़ी के ड्राइवर अकबर खान ने मंगलवार को डीएन नगर ट्रैफिक विभाग को जानकारी दी थी कि उनके कार के हूबहू नंबर की कार वर्सोवा में एक अस्पताल के पास खड़ी है। डीएन नगर ट्रैफिक विभाग की एक पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो देखा कि वहां खड़ी मर्सिडीज कार पर हुबहू सनी लियोनी की कार का नंबर प्लेट था।
पुलिस की पूछताछ में सच आया सामने
मुंबई ट्रैफिक विभाग के डीसीपी सोमनाथ घारगे ने बताया कि उस गाड़ी में बैठे पीयूष सेन को उसकी गाड़ी के साथ डीएन नगर ट्रैफिक विभाग के ऑफिस में लाया गया। जहां पर उसे उसके गाड़ी के पेपर दिखाने को कहा गया। पीयूष सेन के पास उसकी गाड़ी के पेपर नहीं थे। पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की, तो पीयूष सेन ने कबूल किया कि उसकी कार पर जो नंबर है। वह नंबर इस कार का नहीं है।
कार के पेपर से खुले राज
पुलिस ने लेयोन के पति डेनियल को उनकी कार के पेपर्स दिखाने के लिए बुलाया। उनके ड्राइवर ने पेपर्स दिखाया, जिससे यह साबित हुआ कि वह गाड़ी डेनियल की है। इसके बाद डीएन नगर ट्रैफिक पुलिस ने इस बात की शिकायत वर्सोवा पुलिस स्टेशन में की। पुलिस ने ट्रैफिक विभाग की शिकायत पर पीयूष सेन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
उद्योगपति रतन टाटा को भी भेजा गया था ई-चालान
इससे पहले उद्योगपति रतन टाटा को ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन को लेकर ई-चालान भेजा गया था। उस समय टाटा को भी आश्चर्य हुआ था। उन्होंने नियमों को तोड़े बिना ई-चालान कैसे आया? इस बारे में जानकारी मांगने के लिए ट्रैफिक पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। उस समय चौकाने वाली जानकारी सामने आयी, जब रतन टाटा की कार के नंबर प्लेट का इस्तेमाल एक महिला कर रही थी।