बाजारों में रौनक लौटने की उम्मीद

  • दशहरे पर घर, सोना और वाहनों की बढ़ी बिक्री
  • पहली छमाही की तुलना में मांग बेहतर

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मुंबई. त्यौहारी सीजन शुरू होने के साथ ठप पड़े बाजारों में बिक्री बढ़ने तो लगी है. शुभ मुहूर्त होने के कारण हर साल दशहरे पर सबसे ज्यादा घर, गोल्ड ज्वैलरी और वाहन बिकते हैं. परंतु इस साल कोरोना महामारी के घोर संकट के कारण पिछले साल के मुकाबले तो कारोबार 30 से 50% कम है. क्योंकि कोरोना संकट के कारण लोगों की आमदनी घट गई है और टूर-ट्रैवल्स, हॉस्पिटलिटी, इवेन्ट बिजनेस सहित कई कारोबारी क्षेत्र तो अभी भी मंदी की गिरफ्त में हैं, लेकिन कोरोना का खतरा घटने से अर्थव्यस्था पटरी पर लौटने लगी है. 

कंपनियां, डेवलपर और व्यवसायी अपनी तरफ से भारी छूट और विशेष ऑफर देकर ग्राहकों को लुभा रहे हैं. जिससे बाजारों में मांग बढ़ती दिख रही है. व्यवसायियों का कहना है कि नवरात्रि-दशहरे से कारोबार में वृद्धि होने लगी है. लोग खर्च कर रहे हैं और पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) की तुलना में तो बिक्री बहुत अच्छी रहने की उम्मीद है. इसके संकेत अक्टूबर की शुरूआत से दिखने लगे हैं.

घरों की बिक्री 50% बढ़ने की उम्मीद

मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) के रियल्टी मार्केट में अब मांग बढ़ने लगी है. हालांकि इस साल नवरात्रि-दशहरे पर पिछले साल के मुकाबले मांग करीब 50% कम है, परंतु यदि पिछली दो तिमाही (अप्रैल-सितंबर) से तुलना करें तो हालात काफी अच्छे हो गए हैं. हर माह मांग बढ़ रही है. सरकार के प्रोत्साहनों और रियल्टी कंपनियों के ऑफर से ग्राहकों का भरोसा बढ़ा है और वे खरीद के लिए प्रेरित हो रहे हैं. सबसे ज्यादा फर्क महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्टॉम्प ड्यूटी कटौती किए जाने और रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर कटौती से पड़ा है. होम लोन दरें दो दशक के न्यूनतम स्तर 6.9%  पर आ गई हैं और अब ग्राहकों को लग रहा है कि जैसे-जैसे इकॉनमी में सुधार आएगा और तेजी आएगी, प्रॉपर्टी कीमतें भी बढ़ने लग जाएंगी. इसलिए यह खरीदी का सही समय है. इसलि‍ए हमें अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में मांग 50% से अधिक बढ़ने की उम्मीद है. -मंजू याज्ञनिक, उपाध्यक्ष, नरेडको (महाराष्ट्र)

दोपहिया और छोटी कारों की मांग अधिक

कोरोना महामारी की मार झेलने के बाद ऑटो बाजार में बिक्री बढ़ने लगी है, हालांकि पिछले साल के मुकाबले तो नवरात्रि की बिक्री करीब 20% कम है, लेकिन अनलॉक के बाद बाजार खुलने पर हर माह मांग बढ़ रही है. सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में बिक्री अभी तक 40 से 50% ज्यादा है. दशहरे के दिन डिलीवरी लेने के लिए नवरात्रि के दौरान लोगों ने अच्छी खरीद की. जहां तक मांग की बात है, दोपहिया वाहनों और छोटी कारों की मांग बेहतर है. लक्जरी कारों की बिक्री कम है. ‍चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में हमें कारोबार में और तेजी की उम्मीद है. क्योंकि ब्याज दर कटौती के बाद बैंकों ने ऑटो लोन काफी सस्ते कर दिए हैं. दूसरे कोरोना के कारण लोग निजी वाहनों से यात्रा करना अधिक पसंद कर रहे हैं. -संदीप बाफना, प्रबंध निदेशक, फोर्टपॉइंट ऑटोमोटिव 

ग्राहकों और व्यवसायियों में डर हुआ दूर

कोरोना का प्रकोप कम होने और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने से मांग जोर पकड़ रही है. अगस्त तक ग्राहकों को जॉब जाने का डर था और व्यवसायियों को यह त्योहारी सीजन ठप होने का डर था. दोनों में ही यह डर दूर हो गया है. इसलिए लोग गोल्ड एवं डायमंड ज्वैलरी की खरीद के लिए बाजारों में आने लगे हैं. दूसरे, भारी तेजी के बाद सोना-चांदी कीमतें स्थिर हो गई हैं. वैसे धारणा तो तेजी की है, किंतु जल्द तेजी कम है. दशहरे पर पिछली साल के मुकाबले तो मांग करीब 20 से 25% कम हैं, किंतु सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में मांग 30% हैं. और अब लॉकडाउन के कारण रूकी हुई शादियों के लिए लोग ज्वैलरी की खरीदी कर रहे हैं. इस कारण हमे दीवाली पर और मांग बढ़ने की उम्मीद है. -सौरभ गाडगिल, अध्यक्ष, PNG ज्वैलर्स