Fraud
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मुंबई. कोरोना महामारी को रोकने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन के बीच बैंक खाताधारकों और व्यापारियों को चूना लगाने वाले कई गिरोह सक्रिय हैं. जालसाज लोगों के साथ धोखाधड़ी का अलग-अलग तरीका अपनाते रहे हैं, जिसमें आए दिन लोग फंस रहे हैं. 

क्राइम ब्रांच के प्राॅपर्टी सेल ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो एक केमिकल्स व्यापारी को फर्जी ईमेल भेज कर उसे 15 लाख  81 हजार 200 रुपए का चूना लगाया है. इस मामले में एक नाइजीरियन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अदालत ने उन्हें 3 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

व्यापारी को लगाया 15 लाख का चूना

केमिकल्स का आयात करने वाले एक व्यापारी ने एलटी मार्ग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाया कि उसे एक ई-मेल आया और उसे बकाया पैसे बैंक खाते में भेजने के लिए कहा गया था. उसने उस व्यवसाई से फोन पर उधारी पैसे के विषय में बातचीत की. उसने उसके बैंक अकाउंट में भेजने के लिए कहा. इस बीच उसे दूसरा ई-मेल आया, जिसमें उसे एक बैंक अकाउंट दिया गया था. पहले अकाउंट के बजाय इस बैंक अकाउंट में पैसे भेजने के लिए कहा गया था. यह ई-मेल दूसरे व्यापारी के ई-मेल को हैक कर भेजा गया था. व्यापारी ने ई-मेल के दिए बैंक खाते पर 15 लाख  81 हजार 200 रुपए ट्रांसफर कर दिया. जब व्यापारी ने दूसरे व्यापारी को फोन कर पैसे भेजे जाने की बात बतायी, उसने पैसे नहीं मिलने की बात कही. तो व्यापारी ने उसे ई-मेल के मुताबिक दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे भेजने की बात कही. बाद में पता चला कि फर्जी ई-मेल भेजा गया था और उसने जालसाजों के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिया है.

एक नाइजीरियन समेत तीन गिरफ्तार

 एलटी मार्ग पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया. संयुक्त पुलिस आयुक्त संतोष रस्तोगी और पुलिस उपायुक्त शाहजी उमाप के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के प्राॅपर्टी सेल की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक केदारी पवार, पुलिस निरीक्षक धीरज कोली, सहायक पुलिस निरीक्षक लक्ष्मीकांत सालुंखे, सुनिल माने, अमीत भोसले और हवलदार नंदकुमार पवार की टीम ने मामले की जांच कर एक नाइजीरियन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. उनकी पहचान संतोष झा ( 35), मोसेस तुला (45) और नाइजीरियन कादिरी अली (51) के रूप में हुई है.