जीएम ने किया जेआरएच के नये ओपीडी ब्लॉक का उद्घाटन

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मुंबई. पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने ऑनलाइन ओपीडी अप्वाइंटमेंट मॉडल की सुविधा के साथ जगजीवन राम अस्पताल के पुनर्निर्मित ओपीडी ब्लॉक का वर्चुअल उद्घाटन किया. पश्चिम रेलवे का जेआरएच कोविड अस्पताल के रूप में देश का पहला रेलवे अस्पताल बना है. कोविड-19 महामारी के चुनौतीपूर्ण काल में 3500 से अधिक कोविड मरीजों का इलाज उत्कृष्ट रिकवरी रेट के साथ किया जा चुका है. अब पुनर्निर्मित ओपीडी ब्लॉक को मरीज़ों के लिए खोल दिया गया है. 

सीपीआरओ सुमित ठाकुर के अनुसार जगजीवन राम अस्पताल के नये ओपीडी ब्लॉक के लिए लगभग 5500 वर्ग फीट क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मरम्मत कार्य किया गया. 9 ओपीडी की रीमॉडलिंग की गई और उन्हें वातानुकूलित बनाकर अपग्रेड किया गया. बैठने के लिए स्थान क्षमता में भी वृद्धि की गई है और अब कॉरिडोर तथा रिसेप्शन एरिया में लगभग 80 व्यक्ति बैठ सकते हैं. हर एक ओपीडी के स्वास्थ्य कर्मचारी की आवश्यकतानुसार मरीजों का परीक्षण करने के लिए बेड़ की  व्यवस्था की गई है. ठाकुर ने बताया कि इस अवसर पर एक अन्य महत्वपूर्ण कार्य ऑनलाइन ओपीडी अप्वाइंटमेंट मॉड्यूल को भी लांच किया गया.इसके फलस्वरूप जगजीवन राम अस्पताल में इलाज कराने हेतु मरीज डॉक्टर से मिलने का समय ऑनलाइन ले सकेंगे और 15 दिन पहले अपना स्लॉट बुक कर सकेंगे. अग्रिम रूप से स्लॉट की उपलब्धता की स्थिति भी जान सकेंगे.इससे जेआरएच ओपीडी में प्रतीक्षा करने की अवधि कम हो जायेगी.

तीन महत्वपूर्ण मंत्र दिए

वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित करने करते हुए जीएम आलोक कंसल ने पिछले 6 महीनों के दौरान जगजीवन राम अस्पताल के कोरोना योद्धाओं की टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा.उन्होंने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने घातक कोरोना महामारी से लड़ने के लिए तीन महत्वपूर्ण मंत्र दिए हैं, दो गज की दूरी, मास्क है ज़रूरी और जब तक दवाई नहीं – तब तक ढिलाई नहीं..!. उन्होंने सभी से अपील की कि कोविड-19 से सुरक्षित रहने के लिए हमारे दैनिक जीवन में इन महत्वपूर्ण पहलुओं का सख्ती से पालन करें. महाप्रबंधक ने कोविड-19 महामारी की कठिनतम चुनौतियों के बावजूद पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक और उनकी समस्त टीम के प्रयासों की सराहना की  इस ऑनलाइन कार्यक्रम में पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक, मुंबई सेंट्रल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, विभिन्न विभागों के प्रमुख मुख्य अधिकारी, डॉक्टर्स और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए.