जीएम राजीव चौधरी ने गिनाई एनसीआर की उपलब्धियां

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  • कोविड के बावजूद माल लदान और यात्री सेवाओं में सुधार

मुंबई. शुक्रवार को वर्चुअल प्रेस वार्ता में उत्तर मध्य और उत्तर रेलवे के जीएम राजीव चौधरी ने संरक्षा, माल लदान,यात्री सेवाओं, आधारभूत संरचना और कोविड -19 संबंधी प्रयासों पर जरूरी जानकारी साझा की. प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस इंटरएक्टिव वार्ता में भाग लिया.महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने एक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपरोक्त विषयों को कवर किया और उसके बाद प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रश्नों के उत्तर दिए.

इस अवसर पर रेल राज्य मंत्री रहे स्वर्गीय सुरेश अंगडी के आकस्मिक निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई और एक मिनट का मौन रखा गया. महाप्रबंधक ने कहा कि अंगड़ी बहुत ही योग्य, सकारात्मक और सक्षम मंत्री थे, जिन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर उत्तर मध्य रेलवे का मार्गदर्शन और सहयोग किया.

संकट को अवसर में बदलने का काम किया

महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे ने कहा कि टीम एनसीआर ने इस संकट को अवसर में बदलने का काम किया है और संरक्षा संबंधी कई कार्य विशेष रूप से जिनके लिए ट्रैफ़िक ब्लॉक की आवश्यकता थी उनको कम यात्री गाड़ियो के परिचालन के दौरान पूरा किया गया. माल लदान के संबंध में चर्चा करते हुए जीएम ने कहा कि जून-20 से सकारात्मक लोडिंग का ट्रेंड हासिल हुआ है. पिछले साल की तुलना में माल गाड़ियों की औसत गति में भी 88 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. जीएम ने बताया कि उतर मध्य रेलवे के ट्रंक मार्गों गाजियाबाद से पं. दीन दयाल उपाध्याय जं और पलवल से बीना पर पहले ही 50 किमी प्रति घंटे से अधिक की औसत गति प्राप्त की जा चुकी है और अक्टूबर 2020 तक 50 किमी प्रति घंटे की समग्र औसत गति हासिल करने की उम्मीद है. 

कई नए ट्रैफिक को प्राप्त किया

बिज़नेस डेवलेपमेंट यूनिट के प्रयासों से उत्तर मध्य रेलवे ने कई नए ट्रैफिक को प्राप्त किया है और इसके परिणामस्वरूप 7 करोड़ रुपए से अधिक का अतिरिक्त माल लदान हासिल किया है. सतत विपणन प्रयासों से उत्तर मध्य रेलवे ने नए और इंक्रीमेंटल यातायात के लिए 6 स्टेशन से स्टेशन (एसटीएस) रियायती दर के प्रस्तावों को अंतिम रूप दिया है और अक्टूबर 2020 तक कुल 12 एसटीएस के क्रियान्वयन की उम्मीद है जो सभी जोनल रेलवे में सर्वोत्तम प्रदर्शन है.महाप्रबंधक  ने कहा कि उत्तर मध्य रेलवे को प्राप्त सभी व्यावसायिक प्रस्तावों पर विश्लेषण और काम करने के लिए तैयार है.पीपीपी के माध्यम से 17 माल शेडों के विकास के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं.पार्सल परिवहन में रेलवे के प्रयासों के संबंध में विशेष और समयसारिणीबद्ध पार्सल ट्रेनों, किसान रेल,संपर्क और बुकिंग में आसानी के लिए सुविधाओं आदि का विवरण दिया.यात्री सेवाओं के संबंध में महाप्रबंधक ने कहा कि भारतीय रेलवे द्वारा संचालित कुल श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों के 53 प्रतिशत से अधिक का संचालन उत्तर मध्य रेलवे पर करने के साथ -साथ लगभग 5 लाख से अधिक प्रवासी और अन्य फंसे हुए व्यक्तियों के लिए 173 प्रारंभिक और 203 टर्मिनेटिंग श्रमिक विशेष गाड़ियों का परिचालन किया गया.

1843 श्रमिक स्पेशल में 27 लाख भोजन प्रदान किया गया 

उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे में लगभग 1843 श्रमिक स्पेशल में 27 लाख भोजन प्रदान किया गया और यात्रा के दौरान चिकित्सा सहायता प्रदान करते हुए 20 शिशुओं का सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कराया गया.यात्रा की जरूरी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्तर मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर 101 जोड़ी विशेष ट्रेनों की सेवाए उपलब्ध कराई जा रही हैं जिनमें 8 जोड़ी प्रारंभिक विशेष गाड़ियां शामिल हैं.अतिरिक्त आवश्यकता का आकलन करने के लिए प्रत्येक ट्रेन की ऑक्यूपेंसी पर नज़र रखी जा रही है.कोविड -19 से यात्रियों की सुरक्षा के लिए उत्तर मध्य रेलवे स्टेशनों पर साथ-साथ क्यूआर कोड आधारित संपर्क रहित टिकट जांच, स्वचालित थर्मल स्कैनर, बैगेज सैनिटाइज़र, कोविड-19 किट कियोस्क और बिक्री केंद्र आदि नए उपायों की जानकारी दी.

कोविड से लड़ने पूरा प्रयास

उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कोविड-19 के मोर्चे पर किए गए प्रयासों को साझा करते हुए महाप्रबंधक ने बताया कि 650 क्वारंटाइन बिस्तरों के अलावा, उत्तर मध्य रेलवे ने झांसी और प्रयागराज के लेवल-II कोविड -19 अस्पतालों में 200 बिस्तरों की सुविधा प्रदान की है. 650 से अधिक कोविड -19 पॉज़िटिव रोगियों को इलाज में मदद मिली और 3200 से अधिक कोविड-19 के परीक्षण भी रेलवे अस्पतालों में किए गए हैं.रेलवे के अस्पतालों में संचालित 05 अलग-अलग क्लीनिकों के माध्यम से रेलवे चिकित्सा सेवाओं के लगभग 14500 लाभार्थियों की स्क्रीनिंग के अलावा अन्य प्रयास जैसे सामाजिक दूरी संबंधी व्यवस्थाएं,वर्क फ्रॉम होम,रेलवे कर्मचारियों के स्वास्थ्य की  नियमित मॉनिटरिंग आदि प्रयास उत्तर मध्य रेलवे किए गए.

वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रस्तुति करण के उपरांत महाप्रबंधक ने प्रेस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रतिनिधियों के प्रश्न के उत्तर विस्तार से दिए.उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक रवि वल्लूरी,प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एम.एन.ओझा,सचिव महाप्रबंधक अमित मिश्रा,उप महाप्रबंधक सामान्य मन्नू प्रकाश दुबे, सीएफटीएम पी.के.ओझा, सीपीटीएम डी.के.वर्मा,सीसीएम पीएस एस पी वर्मा और सीसीएम एफएम अनु मणि त्रिपाठी ने भी इस वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया.