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  • शर्तों को लेकर ठेकेदारों से था विवाद

मुंबई. गोरेगांव-मुलुंड महत्वपूर्ण परियोजना की निविदा को बीएमसी ने रद्द कर दिया है. पूर्वी और पश्चिमी एक्सप्रेस हाइवे को जोड़ने वाली निविदा रद्द होने फिलहाल इस प्रोजेक्ट पर विराम लग गया है. वैसे भी कोरोना संकट के कारण बीएमसी अपने कई जरुरी परियोजनाओं के बजट में कटौती कर रही है. 

 निविदा रद्द किए जाने पर बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि प्रोजेक्ट की निविदा शर्तों को लेकर प्रोजेक्ट के लिए इच्छुक कंपनियों और बीएमसी के बीच विवाद था. विवाद को दूर करने के लिए निविदा रद्द की गई है. 

बीएमसी 4,800 करोड़ रुपए खर्च करने वाली थी

 पश्चिमी उपनगर से पूर्वी उपनगर को जोड़ने के लिए तीन रास्ते हैं उसके बाद भी पश्चिमी एक्सप्रेस हाइवे से पूर्वी एक्सप्रेस हाइवे तक जाने के लिए भारी ट्रैफिक जाम से गुजरना पड़ रहा है. पश्चिमी एक्सप्रेस हाइवे का ट्रैफिक कम करने के उद्देश्य से बीएमसी की यह योजना महत्वपूर्ण मानी जा रही थी. 14 किमी लंबे 8 लेन वाले इस प्रोजेक्ट के लिए बीएमसी 4,800 करोड़ रुपए खर्च करने वाली थी लेकिन ठेकेदारों को बीएमसी की शर्तें अमान्य थी. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से यह सड़क जाने वाली है. वहां पर 4.7 किमी लंबे दो टनल बनाये जाने वाले हैं जिससे पर्यावरण को नुकसान न हो.

 नई निविदा जारी की जाएगी

अधिकारी का कहना है कि अभी भले ही निविदा रद्द की गई है, पर जल्द ही निविदा की शर्तों में सुधार करने के बाद नई निविदा जारी की जाएगी.  आर्थिक कारणों से राज्य सरकार ने नये प्रोजेक्ट करने पर रोक लगाई है. कोरोना पर खर्च करने के लिए बीएमसी को अपनी एफडी को तोड़ना पड़ा है. लेकिन गोरेगांव-मुलुंड परियोजना अधिकारी का कहना है कि इसे अवश्य पूरा किया जाएगा.