Indian railway
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    मुंबई. मुंबई (Mumbai), पुणे (Pune), नाशिक (Nashik) शहरों  और उपनगरों में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) के बीच राज्य सरकार द्वारा घोषित मिनी लॉकडाउन (Mini Lockdown) का असर लंबी दूरी की ट्रेनों पर दिखाई पड़ने लगा है। लंबी दूरी विशेषकर उत्तर भारत की गाड़ियों में अचानक भीड़ बढ़ गई है। 

    यूपी- बिहार (UP – Bihar) की तरफ जाने वाली गाड़ियों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने कई अतिरिक्त ट्रेनें छोड़ने की घोषणा रोज कर रही है। भीड़ की वजह से कोरोना संक्रमण को देखते हुए गृह विभाग ने रेल यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी की है।

    बढ़ी वेटिंग लिस्ट 

    कोरोना की दूसरी लहर के चलते लॉकडाउन की संभावना को देखते हुए मुंबई, पुणे, सूरत इन शहरों से गांव की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें भरी हुई हैं। कुछ ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट रिग्रेट दिखा रहा है, तो कुछ ट्रेनों में 200 से लेकर 300 तक वेटिंग लिस्ट पहुंच गई है। पिछले कुछ दिनों से लंबी दूरी के स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या काफी ज्यादा देखी जा रही है। वैसे इस भीड़ पर मध्य और पश्चिम रेलवे ने नजर बनाए रखी है और यात्रियों सहित वेटिंग लिस्ट की मॉनिटरिंग हो रही है। 

    भीड़ के पीछे कई कारण 

    लंबी दूरी की गाड़ियों में अचानक भीड़ बढ़ती दिखाई दे रही है। इसके पीछे मिनी लॉकडाउन के अलावा एक अन्य कारण यूपी का पंचायत चुनाव भी बताया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि 14 अप्रैल से 28 अप्रैल तक चार चरणों में यूपी में पंचायत चुनाव भी हैं। बड़ी संख्या में लोग अपने प्रत्याशियों को वोट देने गांव रवाना होना चाहते हैं। मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, वैसे गर्मी में गांव जाने वाले यात्रियों की काफी भीड़ हो जाती है। उत्तर प्रदेश में पंचायत का चुनाव होने के कारण भी बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं, इसके अलावा लॉकडाउन का डर भी मजदूर वर्ग में है। 

    गांव जाने के अलावा अब कोई चारा नहीं है

    फुटपाथ पर पानीपुरी बेचने वाले संजय प्रजापति ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से काम धंधा फिर से बंद हो गया है, ऐसे में सहयोगियों के साथ गांव जाने के अलावा अब कोई चारा नहीं है।  नालासोपारा में कंस्ट्रक्शन साइट पर बेगारी करने वाले जौनपुर जा रहे यात्री रामसमुझ गौतम ने कहा कि यहां काम बंद है, गांव में गेहूं की कटाई भी शुरू हो गई है, कम से कम वहां काम तो मिलेगा।

    मध्य रेलवे की रोजाना 18 से 20 ट्रेनें

    यात्रियों की भीड़ को देखते हुए मध्य रेलवे उत्तर भारत के लिए रोजाना 18 से 20 ट्रेनें चला रही है। सीपीआरओ शिवाजी सुतार के अनुसार मुंबई, पुणे से रोजाना 18 से 20 रेगुलर और स्पेशल ट्रेन उत्तर भारत के लिए जा रहीं हैं। सीपीआरओ ने कहा भीड़ पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि हर साल गर्मी के महीने में स्पेशल ट्रेन चलाई जाती है। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं हैं। केवल कन्फर्म टिकट वालों को ही यात्रा की इजाजत दी गई है। सेकंड क्लास के डिब्बे भी आरक्षित किए जा रहें हैं।

    पश्चिम रेलवे भी चला रहीं कई  ट्रेनें 

    पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर के अनुसार यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए मुंबई, सूरत, अहमदाबाद से कई विशेष और समर स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं हैं। वेटिंग लिस्ट को मॉनिटर वेट लिस्ट बढ़ने पर अतरिक्त ट्रेन चलाई जाएगी। पश्चिम रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, अगली 30 अप्रैल स्पेशल ट्रेनों को 128  फेरे लगाने हैं। इनमें से ज्यादातर ट्रेनें मुंबई से ही हैं। जो लखनऊ, गोरखपुर, उदयपुर, भागलपुर, जोधपुर, बीकानेर, छपरा जैसे शहरों के लिए हैं। पश्चिम रेलवे पर चल रहीं 266 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में 116 ट्रेनें उत्तर भारत की हैं। उत्तर भारत के रेलवे स्टेशनों अचानक बढ़ी भीड़ के बाद गृह विभाग द्वारा नई गाइडलाइन जारी किए गए हैं. ट्रेनों में भारी भीड़ की वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ा है।

    जारी की गई नई गाइडलाइंस 

    • रेलवे स्टेशन पर आने वाले सभी यात्रियों की एंटीजन और जरूरत पड़ने पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने के निर्देश दिए गए हैं
    • फील्ड पोस्टिंग में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को ग्लव्ज और मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है
    • रेलवे स्टेशन पर आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग और  एंटीजन टेस्ट का निर्देश
    • सभी यात्रियों के फोन में आरोग्‍य सेतु ऐप डाउनलोड होना चाहिए
    • सभी यात्रियों को अपने गंतव्‍य राज्‍य के कोरोना प्रोटोकॉल की जानकारी होनी चाहिए
    • आंध्र प्रदेश, उड़ीसा सहित कुछ राज्‍यों में यात्रियों को तभी प्रवेश दिया जा रहा है, जिनके पास ज्यादा से ज्यादा 72 घंटे पहले तक की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट हो