बेजुबानों की पालनहार बनी जैसलपार्क चौपाटी कल्याण समिति

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भायंदर. कोरोना के कारण लॉकडाउन ने इंसान के साथ ही मूक प्राणियों के जीवन को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है. लॉकडाउन में सभी लोग अपने घरों में बन्द होने पर मजबूर हो गए थे, जिससे सड़क के आवारा कुत्तों, बिल्लियों, पक्षियों आदि को हमेशा की तरह आहार नहीं मिल पा रहा था. मगर समाज के कई ऐसे गुमनाम योद्धा हैं जो इन प्राणियों की निस्वार्थ सेवा में लगे हुए हैं और जेसलपार्क चौपाटी कल्याण समिति इन बेजुबानों के लिए मसीहा बनकर उभरी है. भायंदर में जैसलपार्क चौपाटी कल्याण समिति 6 माह से प्रतिदिन सैकड़ों जानवरों व पक्षियों को निरंतर खाना-पानी दे रही है. लॉकडाउन में पुलिसकर्मी भी बेजुबानों की मदद के इस नेक काम में हरसंभव सहयोग दे रहे हैं.

महानगरपालिका से अनुमति लेकर समिति यह कार्य कर रही है. समिति के सदस्य गली-कूंचों सहित सड़क किनारे कुत्तों-बिल्लियों के साथ-साथ गायों का भी ख्याल रखते हैं. कबूतरों को जवारी व चना डाला जाता है.समिति द्वारा कार्यकर्ताओं को अनाज, दूध, बिस्किट, गाठिया, पेडिगरी आदि उपलब्ध करवाए जा रहे है. इस कार्य में विशेष रूप से समिति के अध्यक्ष डॉ. एम.एल.गुप्ता, महासचिव नरेंद्र गुप्ता, वित्त सचिव भरत अग्रवाल, अग्रवाल समाज फतहनगर, सक्षम फाउंडेशन, भायंदर सीए सोशल ग्रुप, संतोष जैन, दिव्या अमरनानी, संगीता शेट्टी, हेमलता सिंह, नैना मालोडे, पूनम वेले, शुभांगी लाड़,राजेन्द्र मित्तल, सीए पवन अग्रवाल, सीए अमित अग्रवाल,  अनिल मित्तल, सुभाष जांगिड़ आदि का योगदान है.