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  • राज्य सरकार को लेनी होगी सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी
  • 1406 फेरियां में 10 लाख लोग कर सकते हैं सफर

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मुंबई. सभी महिलाओं को मुंबई लोकल में यात्रा की अनुमति दिए जाने को लेकर रेलवे पूरी तरह तैयार है, परंतु कोरोना की स्थिति को देखते हुए स्टेशनों-ट्रेनों में भीड़, सुरक्षा-चिकित्सा व्यवस्था आदि की जिम्मेदारी राज्य सरकार को लेनी होगी. पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर  के अनुसार राज्य सरकार को रेलवे प्रशासन की ओर से कह दिया गया है कि रेलवे इस बदलाव के लिए पूरी तरह तैयार है.

पश्चिम और मध्य रेलवे वर्तमान में 1406  विशेष लोकल सेवाएं चला रही है, जिनमें पीक ऑवर्स के दौरान 2 महिला विशेष लोकल ट्रेनें शामिल हैं. राज्य सरकार ने रेलवे से सभी महिला यात्रियों को नॉन-पीक आवर्स के दौरान  सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक और फिर शाम 7 बजे से अंतिम लोकल ट्रेनों तक यात्रा करने की अनुमति देने का अनुरोध किया था. इस संबंध में पश्चिम रेलवे ने 16 अक्टूबर को राज्य सरकार के अधिकारियों से इस बदलाव के कारण यात्रियों की संख्‍या में होने वाली वृद्धि तथा उसके अनुसार तौर-तरीकों की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक संयुक्‍त बैठक भी बुलाने को कहा.

चिकित्सा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने पर आधारित होगा

इस संबंध में रविवार को राज्य सरकार के साथ तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए फिर से चर्चा की गई. गृह मंत्रालय ने भी इस विषय को संज्ञान में लेते हुए राज्य सरकार के अधिकारियों को कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र आवश्यक तौर-तरीकों को अंतिम रूप देकर इसे रेलवे को भी बताने को कहा है. पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ के अनुसार अंतिम निर्णय प्रचलित कोविड-19 प्रोटोकॉल के संबंध में सामाजिक दूरी सहित सामाजिक और चिकित्सा प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने पर आधारित होगा. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनज़र राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना है कि प्लेटफार्मों पर और ट्रेनों में ज्‍यादा भीड़ न हो और कानून- व्यवस्था की स्थिति प्रभावी ढंग से नियंत्रित की जा सके.

3.20 लाख लोग कर रहे लोकल यात्रा

सीपीआरओ ठाकुर ने बताया कि 15 अक्टूबर से विशेष लोकल सेवाओं की संख्या 506 से बढ़ाकर 700 कर दी गई है.इस समय पश्चिम रेलवे के विशेष लोकल से रोज़ाना लगभग 3.2 लाख यात्री विशेष लोकल ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं.

मध्य रेलवे पर भी 706 फेरियां

सोमवार से मध्य रेलवे पर भी विशेष लोकल की 706 फेरियां अत्यावश्यक कर्मचारियों के लिए चलनी शुरू हो गईं हैं. मध्य रेलवे पर भी रोजाना 4 लाख से ज्यादा लोग यात्रा कर रहे हैं, वैसे मध्य व पश्चिम रेलवे की कुल 1406 लोकल फेरियों के माध्यम से लगभग 10 लाख लोग  सुरक्षा मापदंडो के रोजाना यात्रा कर सकते हैं. सभी महिलाओं के लिए लोकल में इजाजत देने पर फेरियां और भी बढ़ानी पड़ेगी.