टूट रहा है लोकल यात्रियों के सब्र का बांध

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  • बढ़ी रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा

मुंबई. लॉकडाउन में लगभग 4 महीने से घरों में बैठे मुंबई के लोकल यात्रियों के सब्र का बांध अब टूटता नजर आ रहा है. बुधवार को नालासोपारा रेलवे और बस स्टेशन पर आम यात्रियों के हंगामे को देखते हुए वेस्टर्न व सेंट्रल रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. आम यात्रियों को फिलहाल रेलवे स्टेशनों पर न आने के लिए कहा गया है, लेकिन महीनों से घर में कैद लोग अब काम धंधे के लिए बाहर निकलने लगे हैं.

उपनगरों से मुंबई के विभिन्न इलाकों में अपने काम पर जाने के लिए लोग घरों से निकल रहे हैं, परंतु एसटी के अलावा यातायात का साधन न होने से परेशानी हो रही है. एसटी, बेस्ट में भारी भीड़ से सोशल डिस्टेंसिग की भी धज्जियां उड़ रहीं हैं.

नालासोपारा की घटना से प्रशासन सकते में

बुधवार को नालासोपारा एसटी स्थानक व रेलवे स्टेशन पर हजारों नाराज लोगों की भीड़ देख प्रशासन भी सकते में आ गया.घंटों तक रेल व बस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन होता रहा.बाद में किसी तरह स्थिति नियंत्रण में हुई. नाराज यात्रियों का कहना है,कि जब लॉकडाउन में मुंबई के निजी प्रतिष्ठान,कार्यालय आदि खोलने की अनुमति दी गई है, तो लोगों को आवागमन की सुविधा मिलनी चाहिए. 

आम यात्रियों के लिए लोकल शुरु करने की मांग

आम यात्रियों के लिए लोकल बंद होने से निजी कार्यालयों में काम करने वाले एसटी बस पर निर्भर हैं.ऐसे में एसटी स्थानकों पर भारी भीड़ हो रही है.लोग आम यात्रियों के लिए लोकल सेवा शुरू किए जाने की मांग कर रहे हैं. कोरोना के चलते एसटी कर्मचारियों की भी कमी बताई जा रही है.पश्चिम व मध्य उपनगरों से मुंबई में नौकरी-व्यवसाय करने जाने वाले लोगों की संख्या लाखों में है.एसटी अथवा निजी वाहन के अलावा यातायात का इस समय कोई विकल्प नहीं है. 

लोकल सेवा शुरू करना खतरे से खाली नहीं 

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि एमएमआर क्षेत्र में अभी भी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, ऐसे में आम लोगों के लिए फिलहाल लोकल सेवा शुरू करना खतरे से खाली नहीं है.पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ सुमित ठाकुर के अनुसार केवल अत्यावश्यक कर्मचारियों के लिए ही राज्य सरकार की संस्तुति पर विशेष लोकल चल रही है.वैसे

 परेशान है आम यात्री

प्रतिदिन नालासोपारा और वसई-विरार से लगभग 300 एसटी बस फेरियां अत्यावश्यक कर्मचारियों के अलावा आम लोगों के लिए छोड़ी जा रही हैं.बसों में अत्यधिक भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिग आदि नियमों का पालन नहीं हो रहा है.इसी तरह मध्य उपनगर के ठाणे,कल्याण, भिवंडी, पनवेल से एसटी बसों की 150 से ज्यादा फेरियां मुंबई के लिए छोड़ी जा रही हैं, लेकिन लोगों की भारी संख्या को देखते हुए बस सेवा कम पड़ रही है.4 माह से चल रहे लॉकडाउन में लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का गंभीर संकट खड़ा हो गया है. मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली सबसे सस्ती व सुलभ लोकल सेवा बंद होने से आम यात्री परेशान हैं.बुधवार को सबेरे हंगामे के बाद दोपहर 11 बजे से आम लोगों के लिए एसटी बस सेवा बहाल कर नालासोपारा के अलावा अन्य जगहों से भी ज्यादा फेरियां शुरू किए जाने का निर्णय लिया गया.