Corona test
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    मुंबई. कोरोना के एक्टिव मरीजों (Corona Active Patients) की संख्या में एक बार फिर महाराष्ट्र टॉप (Maharashtra Top) पर आ गया है। देशभर में 57 प्रतिशत कोरोना के एक्टिव मरीज महाराष्ट्र में है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण कुछ जिलों में लॉकडाउन (Lockdown) तो कुछ में नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगा गया है। हेल्थ एक्सपर्ट ने बढ़ती मरीजों की संख्या को लेकर चिंता व्यक्त की है।

    महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से 15 हजार नए मरीज रोजाना मिल रहे हैं। 1 मार्च को राज्य में 77,616 एक्टिव मरीज थे, लेकिन 14 मार्च तक उपचार लेने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 1,26,231 तक पहुंच गई है। आंकड़े साफ दर्शातें है कि महज 2 सप्ताह में एक्टिव मरीजों की संख्या में 62 फीसदी का इजाफा हुआ है। 

    तेजी से बढ़ रहा कोरोना का संक्रमण

    स्टेट सर्विलांस ऑफिसर डॉ. प्रदीप आवटे ने बताया कि संक्रमण काफी तेजी बढ़ रहा है। कई घरों में सभी सदस्य संक्रमित पाए गए हैं। संख्या में इजाफा होना चिंता का विषय है, लेकिन राहत भरी बात यह है कि मृत्यु की संख्या पहले की तुलना में कम है। मरीजों की रिकवरी भी अच्छी हो रही है, लेकिन मामले और न बढ़े इसका ध्यान सभी को देना है। यदि संख्या और अधिक होती है तो हेल्थ सिस्टम पर बोझ बढ़ना लाजमी है।

    इन राज्यों में कोरोना का तांडव

    महाराष्ट्र में कोरोना ट्रेंड कर ही रह है, इसके अलावा केरल 29777 एक्टिव मरीजों के साथ दूसरे, 11550 एक्टिव मरीज के साथ पंजाब तीसरे और कर्नाटक 8383 एक्टिव मरीजों के साथ चौथे पायदान पर है। उक्त आंकड़े दर्शातें है कि इन राज्यों में भी कोरोना तांडव जारी है, लेकिन सबसे ज्यादा प्रकोप महाराष्ट्र के लोगों को झेलना पड़ रहा है।

    मुंबई में 54% बढ़े एक्टिव मरीज

    मुंबई में एक्टिव मरीजों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। 1 मार्च को मुंबई में 9060 एक्टिव मरीज थे और 14 मार्च को 13940 एक्टिव मरीज हो गए। दो सप्ताह में एक्टिव मरीजों की संख्या में 54 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

    मुंबई सहित महाराष्ट्र में कई राज्यों और विदेशों से लोगों का आवागमन शुरू हो गया है। कुछ लोग कोविड नियमों का पालन कर रहे हैं तो कुछ उल्लंघन। लोग लापरवाह भी हो रहे हैं। मौसम में उतार-चढ़ाव भी संक्रमण बढ़ने का एक कारण हो सकता है। इसी के साथ वायरस भी अपना रूप बदल रहा है। सरकार को जल्द ही सख्त कदम उठाना चाहिए वरना संख्या और भी बढ़ सकती है।

    - डॉ. सुभाष सालुंखे, स्टेट कोविड एडवाइजर