- फडणवीस की मुश्किलें बढ़ी
मुंबई. बीएमसी का चुनाव साल 2022 में होना है, लेकिन इसकी सरगर्मी अभी से तेज हो गई है. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने ऐलान किया है कि इस चुनाव में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी का गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में बनी महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं. ऐसे में यदि यह तीनों दल बीएमसी का चुनाव मिलकर लडते हैं, तो बीजेपी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
राउत ने कहा कि जब शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिल कर राज्य में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी का गठन किया था, तब पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह सरकार 11 दिनों तक नहीं टिकेगी, लेकिन हमारी सरकार मजबूती से काम कर रही है और अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी.
बीएमसी पर कब्जा कायम रखने की रणनीति
बीएमसी पर पिछले कई सालों से राज कर रही शिवसेना किसी भी कीमत पर अपना कब्जा खोना नहीं चाहती है. बीएमसी देश की सबसे धनी महानगरपालिका मानी जाती है, जिसका सालाना बजट 33,400 करोड़ रुपए से अधिक है. यही वजह है कि शिवसेना ने अभी से अपनी किलाबंदी शुरू कर दी है.बीएमसी समेत महाराष्ट्र के 10 नगर निगमों और 27 जिला परिषदों और ग्राम पंचायतों के चुनाव साल 2022 में होने हैं.