भाजपा के करीब आ रही मनसे

  • उत्तर भारतीयों पर नरम रुख के संकेत

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मुंबई. विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त एवं राज्य में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी सरकार बनने के बाद महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के रुख में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। मुंबई मनपा सहित अन्य स्थानीय निकायों के चुनाव में महाविकास आघाड़ी को रोकने के लिए भाजपा को मनसे का साथ मिल सकता है। इसका संकेत पार्टी नेता एवं पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई ने दिया है। मनसे की तरफ से शिवसेना एवं अघाड़ी सरकार पर हमले को भी इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। 

पिछले कुछ समय से भाजपा के वरिष्ठ नेता मनसे को अपने पाले में करने का प्रयास  कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी पिछले दिनों मनसे के हिंदुत्व प्रेम को सराहा था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल यह स्पष्ट कह चुके हैं कि यदि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना परप्रांतियों के खिलाफ अपनी भूमिका बदल ले तो उसे साथ में लिया जा सकता है। मनसे नेता बाला नांदगांवकर, पार्टी महासचिव संदीप देशपांडे सहित अन्य नेता शिवसेना एवं सरकार पर हमलावर हैं। अब मनसे नेता नीतिन सरदेसाई ने कहा है कि मनसे के मराठी मुद्दे का अर्थ बहुत व्यापक है। महाराष्ट्र के भूमि पुत्रों को उनका अधिकार दिलाना प्रमुख उद्देश्य है। सरदेसाई ने कहा है कि यदि मनसे के मराठी मुद्दे को लेकर किसी को किसी तरह की गलतफहमी है तो उस पर चर्चा हो सकती है।

एक चैनल से बातचीत के दौरान मनसे नेता सरदेसाई ने कहा कि गैर मराठी लोगों से मारपीट अथवा अन्य मामले में मनसे का नाम लिया जाता है।यह गलत है।मनसे इस मुद्दे पर भी चर्चा के लिए तैयार है।मनसे के हिंदुत्व  का पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस  ने  स्वागत किया है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरदेसाई ने कहा कि राज ठाकरे हमारी पार्टी की भूमिका समय समय पर बताते रहते हैं। उनकी एवं पार्टी की भूमिका का जो कोई भी स्वागत करता है, तो उनका स्वागत हम भी करते हैं। 

 सरदेसाई ने कहा है कि अमराठी लोगों का विरोध हमारी पार्टी करती है यह बिल्कुल गलत है।  महाराष्ट्र में रहने वाले गैर मराठी लोग यदि मराठी व्यक्ति,मराठी भाषा एवं मराठी संस्कृति का सम्मान करेंगे तो हम उनका विरोध करेंगे ही नहीं। वे अनादर करते हैं इस लिए हम विरोध करते हैं।