mpsc exam

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मुंबई. मराठा नेताओं के अल्टीमेटम के बाद 11 अक्टूबर को होने वाली महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है. मराठा नेताओं ने आरक्षण का मुद्दा सुलझने तक इस परीक्षा को स्थगित करने की मांग की थी, जबकि आयोग इस परीक्षा को समय से आयोजित करने पर अड़ा हुआ था. हालांकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कोरोना संकट की वजह से राज्य के स्कूल और कॉलेज के अलावा अन्य शिक्षण संस्थान बंद हैं. उन्होंने कहा है कि  सभी पक्षों से  विचार–विमर्श करने के बाद एमपीएससी की परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि जो छात्र इस परीक्षा के लिए पात्र हैं, वे आगे भी पात्र होंगे. 

परीक्षा होने पर आंदोलन की धमकी 

मराठा आरक्षण से जुड़े नेता और बीजेपी सांसद  छत्रपति संभाजी ने ठाकरे सरकार को एमपीएससी परीक्षा स्थगित करने की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि यदि सरकार ने ऐसा नहीं किया तो परीक्षा केन्द्रों पर आंदोलन किए जाएंगे.   

10 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद नहीं 

महाराष्ट्र सरकार द्वारा एमपीएससी की परीक्षा को  स्थगित करने का फैसला लेने के बाद मराठा समाज ने 10 अक्टूबर  प्रस्तावित महाराष्ट्र बंद आंदोलन को वापस ले लिया है. मराठा सकल महासंघ के अध्यक्ष सुरेश पाटिल ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार ने उनकी कई मांगों को मान लिया है, जिसकी वजह से ये आंदोलन पीछे ले लिया गया है. पाटिल के साथ मराठा समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे  व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ गुरुवार की रात सह्याद्री गेस्ट हॉउस में  मैराथन बैठक की, जिसके  बाद यह फैसला लिया गया है. इस मीटिंग में कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण, अनिल परब, विजय वडेवट्टीवार मौजूद थे.