'Nationalist family dialogue' journey from 28

  • आघाड़ी में मजबूत दावेदारी, विदर्भ और खानदेश पर एनसीपी की खास नजर

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मुंबई. शरद पवार की पार्टी एनसीपी भले ही महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में शामिल हो, लेकिन पार्टी ने अब राज्य में अपनी जड़ों को और मजबूत करने के लिए अलग से अभियान छेड़ने का फैसला किया है। पहले चरण के तहत 28 जनवरी से  एनसीपी ने विदर्भ और खानदेश में  ‘राष्ट्रवादी परिवार संवाद’ यात्रा शुरू करने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी प्रदेश एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दी है। 

उन्होंने कहा कि इस दौरान हमारे प्रमुख नेता 17 दिनों में 3 हजार किलोमीटर की यात्रा कर विदर्भ और खानदेश में स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं से संवाद साधेंगे। इसके तहत विदर्भ और खानदेश के 14 जिलों के 82 निर्वाचन क्षेत्रों की समीक्षा की  जाएगी। राकांपा की नजर गढ़चिरौली, चंद्रपुर, भंडारा, गोंदिया, यवतमाल, वाशिम, नागपुर, वर्धा, अमरावती, अकोला, बुलढाणा, जलगांव, धुले और नंदुरबार में पार्टी को मजबूत करने पर है। पार्टी की योजना 135 कार्यकर्त्ता सम्मेलन के अलावा 10 आम सभा करने की है। पाटिल ने कहा कि इस दौरान हम हर जिले में जनता से जुड़ी समस्याओं को भी हल करने के लिए  योजना बनाएंगे। 

दूसरे चरण में हम शेष महाराष्ट्र का दौरा करेंगे

उन्होंने कहा कि परिवार संवाद यात्रा का यह पहला चरण है। दूसरे चरण में हम शेष महाराष्ट्र का दौरा करेंगे। पाटिल ने कहा कि इस दौरे में उनके साथ वरिष्ठ नेता और सांसद प्रफुल्ल पटेल, गृह मंत्री अनिल देशमुख, खाद्य एवं औषधि प्रशासन मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगणे, एनसीपी महिला प्रदेश अध्यक्ष रूपलताई चाकणकर, प्रदेश यूथ अध्यक्ष महबूब शेख, रविकांत वारपे, सूरज चव्हाण, सक्षणा सलगर, सुनील गव्हाणे समेत कई नेता मौजूद रहेंगे।

गठबंधन को हर कीमत पर कायम रखा जाएगा

प्रदेश अध्यक्ष पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र विकास आघाड़ी में शामिल सभी दलों को अपनी स्थिति मजबूत करने की आजादी है। हालांकि उन्होंने कहा कि इसे अलग से चुनाव लड़ने की तैयारियों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। पाटिल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए महाराष्ट्र विकास आघाड़ी का गठन किया है। ऐसे में  बीजेपी को परास्त करने के लिए महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन को हर कीमत पर कायम रखा जाएगा।